Uttar Pradesh
Kerala से कनाडा तक ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे की चर्चा, गवर्नर आरिफ मोहम्मद ने भी किया समर्थन
आजकल लोग ‘बनतेगे तो कटेंगे’ मुहावरे के बारे में खूब चर्चा कर रहे हैं। Kerala के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पहली बार इस पर अपने विचार साझा किए हैं। उन्हें लगता है कि यह मुहावरा अच्छा है और इसका मतलब है कि हम सभी को एक साथ रहना चाहिए। उनका मानना है कि अगर हम एक जैसी मान्यताओं को साझा करते हैं, तो हमें एक होकर एकजुट होना चाहिए। इस मुहावरे की चर्चा केरल से लेकर कनाडा तक हर जगह हो रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी शुरुआत कहां से हुई?
उत्तर प्रदेश के नेता योगी आदित्यनाथ ने लोगों के एक समूह से बात की और एक महत्वपूर्ण संदेश साझा किया: “अगर हम लड़ेंगे और बहस करेंगे, तो हमें चोट पहुंचेगी।” उन्होंने बांग्लादेश में जो हो रहा है उसका उल्लेख किया और कहा कि लोगों के लिए एक साथ रहना और एक-दूसरे की देखभाल करना वास्तव में महत्वपूर्ण है। उनका मानना है कि एक देश तभी मजबूत हो सकता है जब सभी एकजुट हों और एक-दूसरे की मान्यताओं का सम्मान करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हम एक साथ नहीं रहेंगे, तो हमें बांग्लादेश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने सभी को ईमानदार होने और एक साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि भारत एक बेहतर जगह बन सके।
उसके बाद, हरियाणा में चुनाव के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक आकर्षक मुहावरा कहा: “अगर हम आपस में लड़ेंगे तो हम मुश्किल में पड़ेंगे, लेकिन अगर हम साथ रहेंगे तो हम मजबूत होंगे।” इस कहावत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनाव जीतने और सरकार की कमान संभालने में मदद की। अब, भारत के केरल से लेकर कनाडा तक के लोग इस कहावत के बारे में बात कर रहे हैं!
पिछले हफ़्ते, कनाडा के ब्रैम्पटन में एक मंदिर के पास खालिस्तान नामक एक समूह का समर्थन करने वाले कुछ लोगों का दूसरों के साथ झगड़ा हो गया। इस लड़ाई के कई वीडियो ऑनलाइन शेयर किए गए, जिसमें लोग एक-दूसरे को धक्का देते और लाठी से मारते हुए दिखाई दे रहे थे। एक वीडियो में, हिंदू समुदाय के लोग सीएम योगी नामक एक नेता की कहावत को चिल्ला रहे थे, जिसका अर्थ है कि अगर हम आपस में लड़ेंगे तो हमें चोट लगेगी। आप वीडियो में कई लोगों को इस कहावत का समर्थन करते हुए भी देख सकते हैं।