Uttar Pradesh
Ayushman Bharat योजना में बड़ा बदलाव, अब अस्पताल में भर्ती हुए बिना मिलेगा लाभ
अब किसी भी बीमारी के इलाज के लिए Ayushman Bharat योजना का लाभ उठाने के लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होगी। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में मार्च महीने से यह सुविधा शुरू की जाएगी। इसके तहत मरीज बिना भर्ती हुए भी आयुष्मान कार्ड का उपयोग कर सकेंगे। इस नई व्यवस्था से हजारों मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद है।
24 घंटे भर्ती होने की अनिवार्यता समाप्त
अब तक Ayushman Bharat योजना का लाभ उठाने के लिए मरीज को कम से कम 24 घंटे अस्पताल में भर्ती रहना अनिवार्य था। लेकिन केंद्र सरकार ने योजना के दायरे को बढ़ाते हुए इस शर्त को समाप्त कर दिया है। इसके बाद मरीज डे केयर सुविधाओं के तहत इस योजना का लाभ ले सकेंगे। विभाग की ओर से इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए आवश्यक बैठकें हो रही हैं, और इसे 15 दिनों के भीतर अंतिम रूप दिया जाएगा।
डे केयर सुविधाओं का होगा विस्तार
केजीएमयू के मेडिकल सुपरिटेंडेंट सुरेश कुमार ने बताया कि विभिन्न विभागों में डे केयर सुविधाओं का आंकलन किया जा रहा है। इसके तहत यह तय किया जाएगा कि किन बीमारियों का इलाज इस श्रेणी में किया जा सकता है। खासतौर पर कैंसर जैसे गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए यह बदलाव महत्वपूर्ण होगा।
कीमोथेरेपी मरीजों को मिलेगा फायदा
कीमोथेरेपी कराने वाले मरीजों को अब बड़ी राहत मिलेगी। पहले उन्हें कुछ घंटों के इलाज के लिए भी 24 घंटे भर्ती रहना पड़ता था, ताकि आयुष्मान योजना का लाभ मिल सके। इस अनिवार्यता के कारण मरीज और उनके परिजन दोनों को असुविधा होती थी। नई व्यवस्था में भर्ती हुए बिना ही कीमोथेरेपी जैसी प्रक्रियाएं आयुष्मान योजना के तहत कवर होंगी।
मार्च से शुरू होगी नई सुविधा
मार्च महीने से यह सुविधा लागू हो जाएगी। सरकार आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज उपलब्ध कराती है। इस बदलाव से न केवल मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा, बल्कि उनका समय और संसाधन भी बचेगा।