Haryana
Yamuna में डूबने से 2 युवकों की हुई मौत, वहीं मृतक के परिजनों ने गोताखोरों पर लापरवाही बरतने का लगाया आरोप
सोमवार दोपहर हरियाणा के पानीपत के सनौली पर Yamuna नदी में एक दुखद हादसा हुआ। हनुमान सभा समूह के पांच युवा दोस्त नदी में तैरने गए और दुर्भाग्य से डूब गए। कुछ गोताखोर उनमें से तीन को बचाने में सफल रहे, लेकिन दुख की बात है कि अन्य दो के शव उसी शाम करीब साढ़े पांच घंटे बाद मिले। आज डॉक्टरों ने उनके शवों की जांच की ताकि पता चल सके कि आखिर हुआ क्या था।
जब उनके दोस्तों ने देखा कि क्या हो रहा है, तो उन्होंने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। सौभाग्य से, साजिद, दिलशाद, बिल्लू और नौशाद नामक कुछ गोताखोर, जो पास में ही थे, तुरंत पानी में कूद गए और तीनों दोस्तों को बचाने में कामयाब रहे। हालांकि, अमन और साहिल अभी भी पानी में खोए हुए थे। डूबने की खबर सुनकर यूपी और हरियाणा से पुलिस पहुंची। उन्होंने अमन और साहिल की तलाश में मदद के लिए पानीपत से गोताखोरों की एक टीम भी बुलाई। करीब साढ़े पांच घंटे की तलाश के बाद उन्हें करीब छह बजे नदी में अमन और साहिल के शव मिले।
एक दुखी पिता ने कहा कि जिन लोगों को पानी में मदद करनी थी, उन्होंने अपना काम ठीक से नहीं किया। उन्होंने बताया कि मुसीबत में फंसे उनके बच्चों की मदद करने से पहले उन्होंने बहुत ज़्यादा पैसे मांगे, 50,000 रुपये। एक बार जब उन्होंने पैसे के बारे में बात की, तो गोताखोरों ने सिर्फ़ 5 मिनट में दोनों बच्चों को पानी से बाहर निकाल लिया। पिता का मानना है कि अगर गोताखोरों ने तेज़ी से काम किया होता, तो उनके बच्चों को बचाया जा सकता था। उन्होंने यह भी बताया कि हनुमान सभा नामक एक विशेष आयोजन के बाद, लोग आमतौर पर यमुना नदी में स्नान करते हैं, और उनके बच्चों के लिए, यह उनका आखिरी स्नान साबित हुआ।