Connect with us

Haryana

रैली को संबोधित करते हुए CM Yogi ने शे के व्यापार पर साधा निशाना, कहा डबल इंजन वाली सरकार नशे के व्यापार में शामिल ‘महिषासुर’….

Published

on

उत्तर प्रदेश के CM Yogi आदित्यनाथ ने इस बात पर चर्चा की कि पिछले दस सालों में सरकार ने राज्य के विकास में कितनी मदद की है। उन्होंने 5 अक्टूबर को चुनाव से ठीक पहले हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक बड़ी सभा में बात की। योगी ने कहा कि मौजूदा सरकार के तहत हरियाणा ने नई सड़कें बनाई हैं, ट्रेनों को बेहतर बनाया है, नए पुल बनाए हैं और युवाओं को बिना पैसे दिए या विशेष कागजात दिखाए नौकरी पाने में मदद की है। सीएम योगी ने बताया कि डबल इंजन सरकार एक मजबूत मां की तरह है जो लोगों को उन लोगों से बचाती है जो ड्रग व्यापार जैसे बुरे कामों में शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि कैसे जम्मू-कश्मीर नामक जगह से अनुच्छेद 370 नामक एक विशेष नियम को हटा दिया गया, जिससे वहां चीजों को बेहतर बनाने में मदद मिली। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अयोध्या से पता चलता है कि डबल इंजन सरकार कितनी मजबूत है। पिछले दस सालों में इस सरकार ने हरियाणा में कई अच्छे प्रोजेक्ट पर काम किया है। उन्होंने ड्रग का व्यापार करने वालों की तुलना पौराणिक खलनायकों से की और उनका मानना ​​है कि डबल इंजन सरकार भगवान से सकारात्मक संदेश लेकर आती है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र दुनिया का पहला ऐसा स्थान है जिसे धर्मक्षेत्र के रूप में जाना जाता है, भले ही यह युद्ध का मैदान हुआ करता था। यह इसलिए खास बन गया क्योंकि महाभारत की कहानी यहीं हुई थी।

यहीं पर भगवान कृष्ण ने अच्छे लोगों की रक्षा करने और बुरे लोगों को रोकने का महत्वपूर्ण संदेश दिया था। 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को चुनाव होंगे। 2019 में पिछले चुनाव में भाजपा पार्टी ने सबसे ज्यादा सीटें (40) जीती थीं, जबकि कांग्रेस पार्टी को 30 सीटें मिली थीं।

author avatar
Editor Two

Haryana

शपथ से ही सख्ती Anil Vij बाेले- कौन-कौन अफसर आए हैं, शक्लें देख लेने दीजिए

Published

on

पंचकूला में मंत्री बनने के बाद वे अंबाला छावनी में एक विशेष सदन में गए। वहां, उनके चाहने वाले कई लोग उन्हें देखकर बहुत उत्साहित थे, लेकिन क्षेत्र के अधिकांश महत्वपूर्ण कार्यकर्ता वहां नहीं थे। Anil Vij ने देखा कि अधिकारी वहां नहीं थे क्योंकि उन्होंने समर्थकों को कुर्सियों पर बैठे देखा था। इसलिए, उन्होंने समर्थकों से थोड़ा पीछे हटने के लिए कहा ताकि वे आए अधिकारियों को देख सकें और चाहते थे कि वे पास आएं।

एक दिन, Anil Vij ने एडीसी महिला से पूछा कि उन्हें बताएं कि वहां कौन से अधिकारी हैं। एडीसी ने उन्हें कुछ अधिकारी दिखाए और उनका परिचय कराया। विज ने फिर पूछा, “समिति का क्या मतलब है? हमारे पास अपने जिले के अधिकारी होने चाहिए। मुझे समिति के अधिकारियों के साथ काम करने की क्या ज़रूरत है? मुझे अपने जिले के लोगों से सड़क बनवानी है!” यह कहने के बाद, विज ने अधिकारियों से कहा कि वे जा सकते हैं और बाद में फिर से बात करेंगे।

एडीसी ने विज को कुछ महत्वपूर्ण बताया, लेकिन विज ने जवाब दिया, “क्या यह पहली बार है जब मैं मंत्री बना हूँ?” फिर उन्होंने देखा कि सूचना दो बजे साझा की गई थी, और अब छह बज रहे थे। उन्हें आश्चर्य हुआ कि अधिकारियों को वहां पहुंचने में चार घंटे क्यों लगे। इसलिए, उन्होंने बैठक रद्द करने का फैसला किया और सभी को जाने को कहा। उसके बाद, विज ने अधिकारियों को कमरे से बाहर जाने को कहा, और उनमें से कई, जैसे एडीसी और एसडीएम, बाहर चले गए। जब ​​विज कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे, तो अधिकारियों को बाहर इंतजार करना पड़ा। जब विज मंत्री बने, तो उन्होंने जिले के अधिकारियों से कहा कि केवल वे ही जिले में रह सकते हैं जो कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं।

विज ने आज ऐसा ही किया, लेकिन उन्होंने 2019 में भी कुछ ऐसा ही किया था। जब वे एक महत्वपूर्ण नेता बन गए और एक विशेष भवन में गए, तो उन्होंने वहां कार्यकर्ताओं से कहा कि केवल वे ही रहें जो अपना काम अच्छी तरह से करना चाहते हैं। अगर वे कड़ी मेहनत नहीं करना चाहते हैं, तो उन्हें जाने के लिए कोई और जगह ढूंढनी चाहिए। अनिज विज ने कहा कि उन्हें पता है कि कार्यकर्ताओं की मदद से काम कैसे करवाया जाता है। उन्होंने देखा कि चुनाव के दौरान कुछ कार्यकर्ता काम को मुश्किल बना रहे थे। विज ने बताया कि उन्हें हर चीज की जानकारी है।

जब विज गुरुवार को सर्किट हाउस पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि सभी महत्वपूर्ण अधिकारी वहां नहीं थे। कुछ अधिकारी छुट्टी पर थे, और कुछ मीटिंग में थे, लेकिन विज को लगा कि सभी को वहां होना चाहिए था। उनका मानना ​​है कि उन्हें पता है कि अधिकारियों को अपना काम कैसे करना है।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Haryana

Hisar: महिला ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त, पति बोला- मानसिक रूप से परेशान थी

Published

on

Hisar के हांसी के सिसाय गांव में बुधवार सुबह एक महिला ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह काफी समय से मानसिक रूप से परेशान थी। पुलिस ने तुरंत मदद की और सुनिश्चित किया कि उसका अस्पताल में चेकअप हो और फिर उन्होंने उसका शव उसके परिवार को सौंप दिया।

सत्यवान सिसई गांव में रहता है और इलेक्ट्रीशियन का काम करता है। उसकी एक 16 साल की बेटी और 12 साल का बेटा है। उसकी शादी 2007 में राजस्थान के दूसरे गांव की शकुंतला नाम की महिला से हुई थी। पिछले कुछ महीनों से शकुंतला बहुत दुखी और अस्वस्थ महसूस कर रही थी। 16 अक्टूबर को जब सत्यवान काम पर गया हुआ था और बच्चे स्कूल गए हुए थे, तो शकुंतला ने घर में ही फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।

सत्यवान ने पुलिस को बताया कि जब वह दोपहर के समय घर पहुंचा, तो उसने अपनी पत्नी शकुंतला को प्लास्टिक की रस्सी से छत से लटकता हुआ पाया। उसने मदद के लिए चिल्लाया और जल्द ही उसके परिवार और पड़ोसी यह देखने के लिए आ गए कि क्या हुआ है। उन्होंने 112 नंबर डायल करके पुलिस को बुलाया। पुलिस तुरंत पहुंची और जांच की कि क्या हुआ है। फिर, वे शकुंतला के शव को जांच के लिए अस्पताल ले गए और बाद में उसे उसके परिवार को सौंप दिया।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Haryana

चंद्रशेखर आजाद ने Haryana सरकार पर गंभीर आरोप, शपथ ग्रहण समारोह में सरेआम संविधान की…..

Published

on

उत्तर प्रदेश के नगीना से नेता चंद्रशेखर आज़ाद Haryana सरकार के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बात कह रहे हैं। उन्होंने एक्स नामक वेबसाइट का इस्तेमाल करके सभी को बताया कि उन्हें लगता है कि हरियाणा के राज्यपाल के साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है। उनका मानना ​​है कि राज्यपाल और दूसरे महत्वपूर्ण व्यक्ति, उपराज्यपाल का एक साथ एक मंच पर बैठना उचित नहीं है। नगीना से एक व्यक्ति ने लिखा कि कल चंडीगढ़ में, हरियाणा के नए मुख्यमंत्री द्वारा अपना काम करने का महत्वपूर्ण वादा लेने के समारोह के दौरान ऐसा लग रहा था कि हमारे देश के नियमों का सम्मान नहीं किया जा रहा है। इससे ऐसा लग रहा था कि महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग अपना काम ठीक से करने के बजाय मौजूदा सरकार के कहने पर चल रहे हैं।

जब नए मुख्यमंत्री अपना वादा कर रहे थे, तब राज्यपाल, जिनके पास बहुत महत्वपूर्ण काम है, बस देख रहे थे और हमारे देश के आज़ाद होने के बाद पहली बार वास्तव में शामिल नहीं हुए। लेखक कह रहे हैं कि अगर डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिन्होंने संविधान बनाने में मदद की और जिनका बहुत सम्मान किया जाता है, अभी जीवित होते, तो वे जो कुछ हो रहा है उससे परेशान होते। वे सवाल कर रहे हैं कि क्या राज्यपाल का पद ऐसी स्थितियों के लिए है। पहली बार कई राज्यों के राज्यपालों को एक विशेष समारोह में आमंत्रित किया गया, जहाँ नए नेता शपथ ले रहे हैं। लेखक का मानना ​​है कि इससे पता चलता है कि भाजपा पार्टी इन महत्वपूर्ण भूमिकाओं का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए और खुद को अच्छा दिखाने के लिए कर रही है।

सांसद कह रहे हैं कि संविधान ने राज्यपाल को राज्य के लिए एक निष्पक्ष रेफरी की तरह बनाया है, जो किसी का पक्ष नहीं लेता। लेकिन एक विशेष समारोह के दौरान जहाँ नए मुख्यमंत्री ने शपथ ली, कई राज्यपालों और विभिन्न राज्यों के एक उपराज्यपाल को एक साथ एक ही मंच पर बैठने के लिए आमंत्रित किया गया। सांसद का मानना ​​है कि इससे पता चलता है कि भले ही उनके पास महत्वपूर्ण कार्य हैं, फिर भी वे निष्पक्ष और तटस्थ होने के बजाय भाजपा पार्टी के साथ एक ही टीम में काम करने जैसा व्यवहार कर रहे हैं।

जब आज़ाद समाज पार्टी के नेता कांशीराम कहते हैं कि केंद्र सरकार (भाजपा) देश के नियमों को बदल रही है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वे उन नियमों को सुरक्षित और मजबूत रखना चाहते हैं। लेकिन यह सब उनके प्रभारी रहते हुए हो रहा है, जिसका मतलब है कि वे इसके बारे में जानते हैं और इसे होने दे रहे हैं।

सांसद ने कहा कि अगर कुछ बुरा होता है, तो प्रधानमंत्री मोदी, जो वास्तव में हमारे देश के नियमों की परवाह करते हैं, को बताना चाहिए कि उन महत्वपूर्ण नियमों को तोड़ने के लिए कौन जिम्मेदार है।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Trending