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CM Mann की अपील को ठुकराते हुए राजनीतिक दल कूद पड़े मैदान में , पंचायत चुनाव में ‘खूनी खेल’

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स्थानीय चुनावों को पंचायत चुनाव कहने के CM Mann के अनुरोध को राजनीतिक दल कहलाने वाले कुछ समूह “ना” कह रहे हैं। यह थोड़ा आश्चर्यजनक है, क्योंकि मुख्यमंत्री मान की पार्टी आम आदमी पार्टी के लिए काम करने वाले लोग भी वास्तव में इन चुनावों में शामिल हैं। लोग कह रहे हैं कि पार्टी के प्रभारी इस मामले में मतलबी या दबंगई दिखा रहे हैं। मंगलवार को दो अलग-अलग राजनीतिक समूहों आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के लोगों के बीच झगड़ा हो गया। वे दोनों पंचायत चुनाव के लिए नामांकन करने फतेहगढ़ पंजतूर में नगर पंचायत कार्यालय में थे।

झड़प के दौरान कांग्रेस का समर्थन करने वाले दो लोग घायल हो गए। सुखजिंदर सिंह राजू, जो एक गांव के नेता थे और कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं, मंगलवार को कुछ दोस्तों के साथ पंचायत चुनाव के लिए नामांकन करने नगर पंचायत कार्यालय गए थे। जब वे कार्यालय के करीब पहुंचे, तो उनका आप पार्टी के कुछ समर्थकों करमजीत सिंह और नवजोत सिंह फौजी के साथ झगड़ा हो गया। इस झगड़े में सुखजिंदर के दो दोस्त हरजिंदर सिंह और दविंदर सिंह घायल हो गए। हरजिंदर सिंह ने बताया कि उनके गांव के दो नेताओं करमजीत सिंह और नवजोत सिंह फौजी ने उनके दोस्तों को जरूरी कागजात जमा करने से रोका और उन्हें बुरी तरह चोट पहुंचाने की कोशिश भी की। हरजिंदर ने यह भी बताया कि नवजोत की मां बलजीत कौर AAP नामक समूह की गांव की नेता बनने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जब कुछ बुरा हुआ तो पुलिस ने मदद नहीं की।

उन्हें चोट पहुंचाने वाले लोग उसके बाद भाग गए। सुखजिंदर सिंह राजू नामक नेता ने बताया कि उनके दो दोस्त बलकार सिंह और बख्तौर सिंह कुछ कागजात देकर काम से वापस आ रहे थे, तभी बदमाशों ने उनकी रसीदें छीन लीं और उन्हें डरा दिया। बरजिंदर सिंह मक्खन नामक व्यक्ति के नेतृत्व में अकाली दल नामक समूह के कुछ कार्यकर्ता कोट इसे खान नामक जगह के मुख्य चौक पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वे स्थानीय चुनावों के दौरान हुई समस्याओं से परेशान थे। उनके नेता बरजिंदर सिंह माखन बरार ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी इन चुनावों में लोकतंत्र (जिसका मतलब है हर किसी की आवाज़ और वोट) के साथ ठीक से पेश नहीं आ रही है।

उन्होंने कहा कि अकाली पार्टी का समर्थन करने वाले कुछ लोग चुनाव में शामिल होने के लिए अपने कागजात जमा नहीं कर पा रहे हैं। स्थानीय चुनावों में मदद करने वाला विभाग उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए ज़रूरी चीज़ें नहीं दे रहा है। उनका मानना ​​है कि सरकार स्थानीय गाँव के चुनावों के लिए अपने लोगों को चुनना चाहती है और दूसरों को शामिल नहीं होने देना चाहती। उन्हें लगता है कि यह अनुचित है और जब सही समय आएगा, तो अकाली दल इस अनुचित व्यवहार के ख़िलाफ़ खड़ा होगा।

मंगलवार को, ज़ीरा में हालात तब और गंभीर हो गए जब कुलबीर सिंह ज़ीरा नामक व्यक्ति के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक समूह स्थानीय चुनाव के लिए नामांकन करने के लिए एक स्कूल गया। जब वे जा रहे थे, तो आम आदमी पार्टी नामक दूसरे समूह के कुछ लोगों ने उन्हें नामांकन करने से रोकने के लिए उन पर पत्थर, ईंटें और डंडे फेंके।

इस घटना के दौरान, कुछ लोगों को गोलियों से भून दिया गया। कुलबीर सिंह जीरा के गाल पर चोट लगी है, जबकि गांव सूड़ के गुरविंदर सिंह के पैर और कलाई में गोली लगी है, जिससे वह काफी घायल हो गया है। इसके अलावा अलग-अलग गांवों के अन्य लोग भी इस घटना से प्रभावित हुए हैं, जैसे कमालवाला के चरणजीत सिंह, जीरा के मनी, मंसूरदेवा के हरप्रीत सिंह काला, कचराभान के दलजीत सिंह, पंडोरी जट्टां के किकर सिंह और बोहर सिंह।

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Ram Rahim की बढ़ीं मुश्किलें, SC ने मामले की जांच पर लगी रोक हटाई

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डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत Ram Rahim को सुप्रीम कोर्ट से बुरी खबर मिली है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जांच जारी रहेगी। यह जांच बरगारी पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी पवित्र ग्रंथ का संभवतः अनादर करने के बारे में है। इस साल की शुरुआत में पंजाब की एक अदालत ने जांच को रोकने के लिए कहा था, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने इसे जारी रखने की अनुमति दे दी है।

आज सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एक फैसले पर रोक लगा दी। उन्होंने राम रहीम से यह भी कहा कि उन्हें पंजाब सरकार के अनुरोध पर चार सप्ताह में जवाब देना होगा। मार्च में एक विशेष अदालत ने कहा था कि पुलिस गुरमीत Ram Rahim के खिलाफ तीन मामलों की जांच नहीं कर सकती क्योंकि उन पर गुरु ग्रंथ साहिब नामक पवित्र ग्रंथ का अनादर करने का आरोप है।

पंजाब सरकार इस फैसले से सहमत नहीं थी और उसने उच्च न्यायालय यानी सुप्रीम कोर्ट से इस पर दोबारा विचार करने को कहा। आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि पुलिस अब अपनी जांच जारी रख सकती है। उन्होंने राम रहीम से यह भी कहा कि उन्हें चार सप्ताह में जवाब देना होगा।

इसके बाद इस आदेश को पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा लगाई रोक हटा दी. रोक हटाने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राम रहीम को नोटिस जारी किया है और चार हफ्ते में जवाब मांगा है.

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पंजाब के माने जाने वाले पूर्व DSP पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप, विभिन्न धाराओं के तहत मामला हुआ दर्ज

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मोहाली में पुलिस विभाग में कार्यरत DSP गुरशेर सिंह संधू के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज की गई है। उस पर लोगों को बरगलाने और फर्जी दस्तावेज बनाने जैसे गलत काम करने का आरोप है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने कुछ जमीन खरीदी थी, जिस पर विवाद चल रहा था और फिर उसे बहुत अधिक कीमत पर बेच दिया। उसने लोगों को डराने और उनसे पैसे ऐंठने के लिए उनके खिलाफ झूठी शिकायतें भी कीं।

कुछ समय बाद, संधू की हरकतों से आहत व्यक्ति ने उच्च न्यायालय को बताया कि उसने क्या किया, जिससे गलत कामों का खुलासा हुआ। बलजिंदर सिंह, जिसे टहला भी कहा जाता है, ने उच्च न्यायालय को बताया कि वह डीएसपी गुरशेर सिंह संधू नामक पुलिस अधिकारी का दोस्त है। उसने कहा कि संधू ने उसे दूसरे लोगों के बारे में कहानियां गढ़ने के लिए कहा था और संधू इन कहानियों की जांच करने का प्रभारी था। इन कहानियों को सुलझाने में मदद करने के बदले में, संधू ने इसमें शामिल लोगों से बहुत अधिक पैसे लिए। टहला ने यह भी कहा कि वह संधू की वजह से असुरक्षित महसूस करता है।

इस वजह से हाई कोर्ट ने पंजाब के शीर्ष पुलिस अधिकारी को मामले की जांच कर रिपोर्ट लिखने को कहा है। गुरशेर सिंह संधू नाम के एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। वह खरड़ में काम करता था और उस पर मोहाली में रहते हुए कुछ गलत काम करने का आरोप है। इस रिपोर्ट में गंभीर आरोप हैं और इसे मोहाली के पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। रिपोर्ट में कई ऐसे कानून शामिल हैं, जिनका उल्लंघन उसने किया होगा, जो धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए बनाए गए हैं।

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Diljit Dosanjh को पंडितराव ने भेजा कानूनी नोटिस, उनका कहना है की पगड़ी की शान के लिए लड़ रहे हैं।

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पंडितराव ने Diljit Dosanjh को एक पत्र भेजा क्योंकि उन्हें यह पसंद नहीं आया कि दिलजीत 26 अक्टूबर, 2024 को दिल्ली में होने वाले एक शो में शराब पीने और बंदूक चलाने के बारे में गाने गाने की योजना बना रहे थे। पंडितराव को लगता है कि दिलजीत का पगड़ी पहनकर इस तरह के गाने गाना सही नहीं है और उन्होंने कहा कि अगर दिलजीत ऐसा करते हैं, तो वे कोर्ट जाएंगे। पंडितराव पगड़ी के सम्मान की रक्षा करना चाहते हैं और ऐसे गाने चाहते हैं जो अच्छे और साफ-सुथरे हों।

Diljit Dosanjh, एक मशहूर स्टार, अपने ‘दिल-लुमिनाती टूर’ के लिए काफी ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। कई प्रशंसक वास्तव में उनके शो के टिकट प्राप्त करना चाहते हैं, और वे उन्हें खरीदने के लिए होड़ कर रहे हैं। लेकिन उनके कॉन्सर्ट से ठीक पहले, एक प्रशंसक ने एक पत्र भेजा जिसमें कहा गया कि दिलजीत टिकट की कीमतों के बारे में अनुचित व्यवहार कर रहे हैं।

Diljit Dosanjh दिल-लुमिनाती टूर नामक एक विशेष संगीत शो करने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत 26 अक्टूबर, 2024 को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होगी। इसके बाद, वह हैदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पुणे, कोलकाता, बैंगलोर, इंदौर, चंडीगढ़ और गुवाहाटी जैसे अन्य शहरों में प्रदर्शन करने के लिए जाएंगे। दिलजीत दोसांझ नाम के एक मशहूर गायक और अभिनेता इस समय बहुत लोकप्रिय हैं। वह भारत में एक कॉन्सर्ट करने जा रहे हैं, और बहुत से लोग इसे लेकर बहुत उत्साहित हैं! वे उनका प्रदर्शन देखने के लिए टिकट खरीदने के लिए बहुत पैसे खर्च कर रहे हैं। हर कोई न केवल उनके गाने और फिल्में पसंद करता है, बल्कि उनके बात करने का तरीका भी पसंद करता है।

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