Uttar Pradesh
असदुद्दीन Owaisi की एंट्री से सपा-बीजेपी की मुश्किलें बढ़ीं? त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कुल 12 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 11 मुस्लिम उम्मीदवार हैं। यह सीट मुस्लिम बहुल है, और इस बार अधिकतर मुस्लिम मतदाता AIMIM के प्रत्याशी हाफिज मोहम्मद वारिस को समर्थन देने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि असदुद्दीन Owaisi उनकी आवाज़ को राष्ट्रीय स्तर पर उठाते हैं, इसलिए वे AIMIM के साथ हैं।
AIMIM का प्रभाव बढ़ा
पिछले उपचुनाव में भी AIMIM ने हाफिज मोहम्मद वारिस को टिकट दिया था, और उन्हें 14,000 वोट मिले थे। इस बार भी पार्टी ने उन्हीं पर भरोसा जताया है। 18 नवंबर को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन खुद असदुद्दीन ओवैसी कुंदरकी में जनसभा करेंगे। यदि वे मुस्लिम मतदाताओं को AIMIM के पक्ष में गोलबंद करने में सफल होते हैं, तो यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है, जिसमें सपा, बीजेपी और AIMIM आमने-सामने होंगी।
मतदान और नतीजों की तारीख
कुंदरकी सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। यह सीट परंपरागत रूप से सपा और बसपा के प्रभाव में रही है। बीजेपी 1993 के बाद से इस सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है। मुस्लिम मतदाता, जो कुल मतदाताओं का लगभग 65-70% हैं, यहां के चुनाव परिणामों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
मुस्लिम मतदाताओं पर सभी दलों की नजर
मुस्लिम बहुल क्षेत्र होने के कारण, सभी राजनीतिक दल मुस्लिम वोटों को रिझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। बीजेपी प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह चुनाव प्रचार के दौरान मुस्लिम टोपी पहने नजर आ रहे हैं। सपा, बसपा और AIMIM भी अपने-अपने तरीकों से मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही हैं।
सपा के समर्थकों की चुप्पी
जहां AIMIM और बीजेपी के समर्थक खुलकर प्रचार कर रहे हैं, वहीं समाजवादी पार्टी के समर्थक फिलहाल खामोश हैं। सपा के नेताओं ने पुलिस प्रशासन पर उनके समर्थकों को डराने-धमकाने के आरोप लगाए हैं, जबकि प्रशासन का कहना है कि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराना उनकी प्राथमिकता है।
कानून व्यवस्था पर सख्ती
पुलिस ने बताया कि अपराधिक छवि वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चुनाव के दौरान कोई गड़बड़ी न हो।
त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना
कुंदरकी सीट पर इस बार सपा, बीजेपी और AIMIM के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। मुस्लिम वोट किस दिशा में जाते हैं, यह चुनाव परिणामों को तय करेगा। 23 नवंबर को साफ हो जाएगा कि इस बार कुंदरकी का विधायक कौन बनेगा।