Punjab
Raghav Chadha ने संसद में हवाई यात्रा की समस्याओं को उठाया, आम नागरिक के लिए सस्ती और सुलभ यात्रा की अपील
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद Raghav Chadha ने भारतीय वायुयान विधेयक 2024 पर चर्चा करते हुए देश के नागरिकों के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने हवाई यात्रा से जुड़ी कई समस्याओं को अत्यंत संवेदनशील तरीके से पेश किया और सरकार से सुधार की मांग की।
हवाई यात्रा की बढ़ती लागत
चड्ढा ने कहा, “सरकार ने वादा किया था कि हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई जहाज में यात्रा करेंगे, लेकिन आज हालत यह है कि हवाई चप्पल तो छोड़िए, बाटा के जूते पहनने वाला भी हवाई यात्रा का खर्चा नहीं उठा सकता।” उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि दिल्ली से मुंबई और पटना जैसे सामान्य रूट्स पर टिकटों की कीमतें 10,000 से 14,500 तक पहुंच गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मालदीव और लक्षद्वीप की तुलना करते हुए बताया कि मालदीव का किराया 17,000 है, जबकि लक्षद्वीप का किराया 25,000 है, जो लोगों के लिए असंभव है।
एयरपोर्ट्स की बदतर स्थिति
सांसद ने एयरपोर्ट्स की स्थिति पर भी सवाल उठाया, और कहा कि आज के समय में एयरपोर्ट्स बस अड्डों से भी बदतर हो गए हैं। लंबी लाइनों और भीड़भाड़ के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने मांग की कि एयरपोर्ट्स की सुविधाओं में सुधार किया जाए ताकि यात्रियों को आरामदायक अनुभव हो।
हवाई यात्रा: सुविधा या लक्ज़री?
चड्ढा ने हवाई यात्रा को लक्ज़री ट्रेवल बनाने की बजाय आम नागरिकों के लिए सुलभ बनाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा, “इस देश में जहाज में उड़ना आज भी बड़ी आबादी के लिए सपना है।” उन्होंने यह भी कहा कि लंबी कतारें, देरी, और बुनियादी सुविधाओं की कमी सामान्य यात्रियों के लिए कठिनाइयों का कारण बनती हैं।
महंगे खानपान और टूरिज्म की समस्याएं
Raghav Chadha ने एयरपोर्ट्स पर महंगे खानपान का मुद्दा उठाया और कहा, “एयरपोर्ट्स पर पानी की बोतल ₹100 की मिल रही है और एक कप चाय के लिए 200-250 खर्च करने पड़ते हैं। क्या सरकार एयरपोर्ट्स पर सस्ते कैंटीन शुरू नहीं कर सकती?” इसके अलावा, उन्होंने टूरिज्म और कनेक्टिविटी के मुद्दे पर भी चिंता व्यक्त की, यह कहते हुए कि एयरपोर्ट्स और पर्यटन स्थलों के बीच कनेक्टिविटी की कमी से देश का पर्यटन प्रभावित हो रहा है।
महंगे पार्किंग शुल्क और ओवरवेट बैगेज
चड्ढा ने एयरपोर्ट्स पर भारी पार्किंग शुल्क पर भी चिंता जताई, जहां छोटे स्थानों पर 200-250 रुपये प्रति घंटे और बड़े एयरपोर्ट्स पर 220 रुपये प्रति घंटे पार्किंग शुल्क लिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि ओवरवेट बैगेज चार्जेस यात्रियों के लिए एक बड़ी समस्या है, जहां एक किलो ओवरवेट बैगेज पर एयरलाइंस हजारों रुपये का अतिरिक्त शुल्क वसूलती हैं।
फ्लाइट में देरी और कैंसिलेशन
राघव चड्ढा ने फ्लाइट में देरी और कैंसिलेशन के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि कई बार फ्लाइटें 4-5 घंटे तक लेट हो जाती हैं, खासकर छोटे शहरों में। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होता।
‘उड़े देश का आम नागरिक’ योजना पर सवाल
उन्होंने उड़े देश का आम नागरिक योजना पर भी सवाल उठाए, जो सस्ती हवाई यात्रा प्रदान करने का उद्देश्य रखती थी। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद हवाई यात्रा की कीमतें आसमान छूने लगी हैं और कई एयरलाइंस ने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं, जिससे आम नागरिक के लिए सस्ती हवाई यात्रा का सपना अधूरा रह गया है।
एविएशन सेक्टर में एकाधिकार
राघव चड्ढा ने एविएशन सेक्टर में कंपनियों के बढ़ते एकाधिकार पर भी सवाल उठाए, और कहा कि केवल दो कंपनियां मनमाने दामों पर टिकट बेच रही हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस क्षेत्र में नई कंपनियों को प्रोत्साहन दिया जाए ताकि प्रतिस्पर्धा बढ़े और सेवाओं में सुधार हो।