Punjab
Punjab: बिल्डरों को कॉलोनी काटने का मौका नहीं मिलेगा अगर लैंड पूलिंग योजना सफल हो जाए – बलतेज पन्नू।

लुधियाना में लैंड पूलिंग योजना को लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के बयानों पर आम आदमी पार्टी (आप) ने तीखा पलटवार किया है। आप नेता बलतेज पन्नू ने आरोप लगाया कि बादल किसानों की नहीं, बल्कि अपने करीबी बिल्डरों की चिंता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बादल का विरोध किसानों के हित में नहीं, बल्कि अपने बिल्डर मित्रों के नुकसान से जुड़ा हुआ है।
पन्नू ने यह भी सवाल उठाया कि यदि सुखबीर बादल वास्तव में किसानों के हितैषी होते, तो उन्होंने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का शुरू में विरोध क्यों नहीं किया? उन्होंने आरोप लगाया कि बादल परिवार ने इन कानूनों का समर्थन किया था और जब Punjab के लोगों ने विरोध किया, तब जाकर उन्होंने अपना रुख बदला।
गौरतलब है कि हाल ही में सुखबीर सिंह बादल ने लुधियाना में आम आदमी पार्टी सरकार की लैंड पूलिंग योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि यह योजना किसानों की जमीन छीनने और सरकारी खजाना भरने का माध्यम है। बादल ने चेतावनी दी कि यदि यह योजना वापस नहीं ली गई, तो आंदोलन को पूरे राज्य में फैलाया जाएगा।
इस मुद्दे पर दोनों पार्टियों के बीच तीखी सियासी जंग छिड़ गई है, जिसमें एक ओर शिअद इसे किसानों के हितों पर हमला बता रही है, वहीं आप इसे विकास के लिए आवश्यक कदम मान रही है।
पन्नू ने कहा कि आप सरकार ने जो लैंड पूलिंग स्कीम शुरू किया है। इससे उन्हें ज्यादा तकलीफ इसलिए हो रही है क्योंकि उनके जो आसपास वाले कुछ खास बिल्डर हैं, उन्हें प्राइवेट कालोनियां काटने का मौका नहीं मिलेगा। इसका सबूत है कि उन्होंने कुछ दिन पहले खुद कहा था कि उनके द्वारा निकाले गए बाईपास के कारण मनप्रीत अयाली आज इतने अमीर बने हैं।
पन्नू ने कहा कि सुखबीर बादल को यह भी बताना चाहिए कि उनके द्वारा बनाए हाईवे और नीतियों के कारण अयाली जैसे और कितने लोग आमिर हुए? साथ में यह भी बताएं कि क्या उनकी किसी जमीन संबंधी योजना से कभी किसी आम व्यक्ति को फायदा पहुंचा?
पन्नू ने कहा कि कि लैंड पूलिंग योजना को लेकर सुखबीर बादल लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इस स्कीम में साधारण किसानों को फायदा होगा। किसी भी किसान से जबरदस्ती जमीन नहीं ली जाएगी। वह अपनी मर्जी से अपनी जमीन दे सकता है, अगर नहीं देगा तो पहले की तरह खेती कर सकता है। वहीं जो भी किसान योजना के लिए अपनी जमीन देगा उसे प्रति एकड़ 1000 गज आवासीय और 200 गज व्यवसायिक प्लॉट मिलेगा, जिसकी कीमत आने वाले चार-पांच वर्षों में अभी के मार्केट रेट से कम से कम पांच गुना बढ़ जाएगा, जिससे किसानों को भारी आर्थिक लाभ होगा।