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Chandigarh नगर निगम में मेयर चुनाव, बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला की जीत

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Chandigarh नगर निगम में आज मेयर पद के लिए चुनाव हुए, और इसके बाद शहर की सत्ताई फिर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हाथ में आ गई है। बीजेपी की उम्मीदवार हरप्रीत कौर बबला ने 19 वोट हासिल कर जीत दर्ज की, जबकि एक वोट खारिज हो गया और तीन पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की।

चुनाव की प्रक्रिया सुबह 10:30 बजे शुरू हुई, और इसके बाद वोटों की गिनती शुरू कर दी गई। इंडिया गठजोड़ की उम्मीदवार प्रेमलता को केवल 17 वोट मिले।

सुप्रीम कोर्ट की कड़ी निगरानी

पिछले साल हुए विवादों को देखते हुए इस बार सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखने का फैसला किया है। एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। पिछले साल मेयर चुनाव में हंगामा हुआ था और वोटों की गिनती के दौरान धांधली के आरोप भी लगे थे, जिसका वीडियो भी सामने आया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट को मामले में दखल देना पड़ा था। इस बार चुनावों को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए कोर्ट और चुनाव आयोग दोनों पूरी तरह सख्त हैं।

गुप्त मतदान और क्रॉस वोटिंग की संभावना

इस बार मेयर का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए हुआ। पार्षदों को मतदान के लिए निर्धारित स्थान पर ही वोट डालना था। यदि कोई पार्षद वोट के रूप में कुछ और लिखता है या मतपत्र फट जाता है, तो वह वोट अवैध माना जाएगा। गुप्त मतदान के कारण क्रॉस वोटिंग की संभावना भी बढ़ जाती है।

चुनाव प्रक्रिया और बीजेपी की तैयारी

चुनाव प्रक्रिया के अनुसार, सबसे पहले मेयर का चुनाव हुआ। नतीजे घोषित होने के बाद, नए मेयर सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की अध्यक्षता करेंगे। तीनों पदों के लिए चयन प्रक्रिया समान रहेगी।

बीजेपी ने तीनों प्रमुख पदों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं। ‘AAP’-कांग्रेस गठजोड़ में मेयर का पद ‘AAP’ के पास है, जबकि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का पद कांग्रेस के पास है। यह दिलचस्प है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘AAP’ और कांग्रेस एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

क्रॉस वोटिंग का प्रभाव

अगर इस बार वोट रद्द हुए तो चुनाव नतीजे बेहद दिलचस्प हो सकते हैं। कांग्रेस पार्षद गुरबख्श रावत के बीजेपी में शामिल होने के बाद, अब बीजेपी के पास 16 पार्षद हो गए हैं, जबकि कांग्रेस के पास केवल 6 पार्षद रह गए हैं। ‘AAP’ के पास 13 पार्षद हैं और एक वोट चंडीगढ़ के सांसद का है। इस प्रकार गठजोड़ के पास कुल 20 वोट हैं। यदि क्रॉस वोटिंग न हुई, तो ‘AAP’-कांग्रेस गठजोड़ की जीत तय है।

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