Connect with us

Punjab

Canada जाने वाले भारतीयों के लिए जरूरी खबर, अब सरकार ने उठाया बड़ा कदम

Published

on

big News on Canada Visa

पंजाब डेस्क: पंजाब समेत भारत के अन्य राज्यों से कनाडा जाते छात्रों व लोगों को फर्जी ट्रैवल एजैंटों से बचाने के लिए कनाडा सरकार ने अभियान चला दिया है। कैनेडियन एसोसिएशन ऑफ प्रोफैशनल इमीग्रेशन कंसल्टैंट्स के सदस्य डा. अरविन्द कुमार कादिआन ने बताया कि पंजाब समेत देश भर में इमीग्रेशन के नाम पर लूट का सबसे बड़ा कारण भारत में इमीग्रेशन सेवाओं की कोई नीति अथवा कानून का न होना है। भारत में केवल कामगार विदेश भेजने के लिए ही एजैंसी को रजिस्टर्ड करने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि देश में 99 प्रतिशत कंसल्टैंट ऐसे हैं जिन्हें झोला छाप कंसल्टैंट कहा जा सकता है।

एक अनुमान के मुताबिक केवल पंजाब से कनाडा शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाने वाले छात्र प्रतिवर्ष 68,000 करोड़ भारतीय राशि खर्च करते हैं। इमीग्रेशन, रिफ्यूजी एंड सिटीजनशिप कनाडा (आई.आर.सी .सी.) के मुताबिक वर्ष 2022 में भारत से 2,26,450 छात्र कनाडा गए जबकि कनाडा के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में 3.4 प्रतिशत छात्र एनरोल हैं। डा. कादिआन के मुताबिक कनाडा के लिए विदेशी छात्रों की शिक्षा वाली 20 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री है। यह तो कानूनी कार्य है जबकि गैर-कानूनी और बच्चों से लूट का बाजार काफी बड़ा है।  कुछ माह पहले ही कनाडा में 600 से अधिक भारतीयों विशेष रूप से पंजाबी छात्रों को देश से निकालने का मामला उछला था। यह केवल एक मामला नहीं बल्कि ऐसे मामले आते ही रहे हैं। इसके बाद ही पंजाब में गैर-कानूनी रूप से इमीग्रेशन के धंधे चला रहे लोगों पर छापेमारी हुई है।

इधर कनाडा ने भी इस बारे में चेतना अभियान शुरू कर दिया है। आज चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में कैनेडियन एसोसिएशन ऑफ प्रोफैशनल इमीग्रेशन कंसल्टैंट्स के सदस्य डा. अरविन्द कुमार कादिआन ने बताया कि उन्होंने इस सम्बन्ध में भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों के पास सूचना के अधिकार के तहत इस बारे में जानकारी मांगी थी। जवाब के मुताबिक अभी तक देश में आव्रजन वीजा, स्टडी वीजा, विजिटर वीजा जैसी सेवाओं के रैगुलेशन के लिए कोई नीति नहीं है। 

पंजाब में सिर्फ 10 इमीग्रेशन एजैंट्स कैनेडियन एसोसिएशन ऑफ प्रोफैशनल इमीग्रेशन कंसल्टैंट्स से पंजीकृत 
उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर को प्रैक्टिस के लिए इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के पास रजिस्टर्ड होना पड़ता है और ऐसे ही वकील को भी बार कौंसिल ऑफ इंडिया से रजिस्टर्ड होना पड़ता है परन्तु इमीग्रेशन वाले मामले में ऐसा कोई नियम नहीं है। यही वजह है कि इमीग्रेशन के नाम पर लोगों की लूट हो रही है। दिलचस्प बात यह भी है कि पंजाब भर में सिर्फ 10 इमीग्रेशन एजैंट्स ऐसे हैं जो कैनेडियन एसोसिएशन ऑफ प्रोफैशनल इमीग्रेशन कंसल्टैंट्स से पंजीकृत हैं और हरियाणा में इनकी संख्या महज 4 है परन्तु इमीग्रेशन के नाम पर हजारों दुकानें खुली हुई हैं जिनमें आईलैट्स के केंद्र भी शामिल हैं।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Punjab

Guru Nanak Dev Ji की शादी की सालगिरह, संगत की सुविधा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी

Published

on

डिप्टी कमिश्नर उमा शंकर गुप्ता Guru Nanak Dev Ji की शादी की सालगिरह के लिए दूर-दूर से आने वाले लोगों के लिए सब कुछ आसान और आरामदायक बनाने के लिए प्रभारी हैं। उन्होंने सड़कों पर अवरोध पैदा करने वाली चीज़ों को भी हटा दिया है ताकि हर कोई आसानी से घूम सके।

शहर को चलाने में मदद करने वाली डॉ. शायरी भंडारी ने बताया कि शहर के कर्मचारियों और ट्रैफ़िक पुलिस ने सड़कों और बाज़ारों में अवरोध पैदा करने वाली चीज़ों को हटाने के लिए मिलकर काम किया। उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि हर कोई आसानी से घूम सके और उसे कोई परेशानी न हो।

उन्होंने सभी दुकानदारों और व्यापारियों से सड़कों और बाज़ारों को साफ़ रखने में मदद करने को कहा क्योंकि बटाला में शादी का जश्न मनाने के लिए बहुत से लोग आएंगे। वह चाहते हैं कि सभी स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर काम करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी ऐसी चीज़ न रखे जो सड़कों को अवरुद्ध करे। उन्होंने कहा कि वे इस पर काम करते रहेंगे ताकि शादी समारोह बिना किसी परेशानी के हो सके।

श्री गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी जी की शादी की सालगिरह बहुत खुशी के साथ मनाई जाएगी, और सभी यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेंगे कि हमारे देश और दूर से आने वाले सभी आगंतुक बढ़िया समय बिताएँ। स्थानीय निकाय मामलों के मंत्री बलकार सिंह ने ये विचार विधायक अमनशेर सिंह शेरी कलसी के साथ वर्षगांठ समारोह के बारे में एक बैठक के दौरान साझा किए। आप के युवा नेता माणिक मेहता भी वहां मौजूद थे।

शेरी कलसी, जो सरकार में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं, ने कहा कि वे बटाला में एक बड़ी शादी की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बलकार सिंह नामक एक अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति से शादी की योजनाओं के बारे में बात की। वे सुनिश्चित कर रहे हैं कि विशेष दिन के लिए सब कुछ तैयार हो!

शेरी कलसी, जो एक नेता हैं, ने साझा किया कि बलकार सिंह नामक एक अन्य नेता ने वादा किया है कि यह सुनिश्चित करने में कोई देरी नहीं होगी कि शादी अच्छी तरह से हो। उन्होंने यह भी कहा कि वे बटाला के महत्वपूर्ण और पुराने शहर को बेहतर बनाने के लिए तेजी से काम करेंगे।

आज, विधायक शेरी कलसी ने कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह को धन्यवाद कहा। उन्होंने उल्लेख किया कि जब भी वे बटाला को बेहतर बनाने के बारे में बात करते हैं, तो उनके पास हमेशा कहने के लिए अच्छी बातें होती हैं और वे बहुत मददगार होते हैं।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Punjab

आज Punjab के कई राज्यों में होने वाली झमा झाम बारिश, चंडीगढ़ को रेड जोन में रखा गया

Published

on

पश्चिमी विक्षोभ नामक एक मौसमी प्रणाली है जो उत्तर भारत के कुछ हिस्सों, खासकर जम्मू और कश्मीर में बारिश ला रही है। इसकी वजह से Punjab में शुक्रवार को कुछ जगहों पर बारिश हुई और चंडीगढ़ जैसे इलाकों में आज और कल और बारिश होने की उम्मीद है।

शुक्रवार को खूब बारिश हुई, इसलिए पंजाब में मौसम सामान्य रहा। सबसे गर्म जगह बठिंडा रही, जहां तापमान 35.3 डिग्री तक पहुंच गया। चंडीगढ़ एयरपोर्ट के आसपास के इलाके में सिर्फ़ एक दिन में 62 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

पंजाब में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग मात्रा में बारिश हुई। पठानकोट में बहुत ज़्यादा बारिश हुई, लगभग एक छोटे कप जितनी (10.8 मिमी), गुरदासपुर में थोड़ी कम, एक छोटे चम्मच जितनी (3.4 मिमी), जालंधर में एक छोटे चम्मच से थोड़ी ज़्यादा (7.1 मिमी), लुधियाना में थोड़ी ज़्यादा (3.6 मिमी), रूपनगर में एक छोटे चम्मच से थोड़ी ज़्यादा (5.7 मिमी), संगरूर में रूपनगर के बराबर (5.8 मिमी) और एसबीएस नगर में एक छोटे कप से थोड़ी कम (4.5 मिमी) बारिश हुई।

आज पठानकोट, होशियारपुर, नवांशहर, रूपनगर, एसएएस नगर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला और चंडीगढ़ जैसी जगहों पर थोड़ी बहुत या शायद सामान्य बारिश होगी। आस-पास के दूसरे इलाकों में भी कुछ बारिश हो सकती है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब और चंडीगढ़ विशेष अलर्ट जोन में हैं क्योंकि इस मौसम में यहाँ पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। बारिश का मौसम 1 जून से शुरू होता है, लेकिन तब से लेकर 6 सितंबर तक पंजाब में सामान्य से 22% कम बारिश हुई और चंडीगढ़ में सामान्य से 23% कम बारिश हुई।

आमतौर पर पंजाब में बहुत ज़्यादा बारिश होती है – लगभग 385.8 मिलीमीटर। लेकिन इस साल 1 जून से अब तक सिर्फ़ 299.2 मिलीमीटर बारिश हुई है, यानी यह सामान्य बारिश का सिर्फ़ 22% है। चंडीगढ़ में आमतौर पर इससे भी ज़्यादा बारिश होती है, लगभग 754.2 मिलीमीटर, लेकिन अब तक सिर्फ़ 460.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Punjab

Mann सरकार ने चुपचाप बड़ा दांव चल दिया , पंचायत चुनाव से पहले बदला नियम

Published

on

पंचायत चुनाव से पहले Mann सरकार ने बिना किसी शोर-शराबे के एक अहम बदलाव किया। दूसरे राजनीतिक दलों ने इसे रोका नहीं। आम आदमी पार्टी सरकार ने पुराने नियम को वापस लाने का फैसला किया, जिसमें कहा गया था कि अलग-अलग ब्लॉक से कितने सरपंच (गांव के नेता) चुने जा सकते हैं।

पंजाब विधानसभा ने एक नए कानून को मंजूरी दे दी है। कुछ लोग जो इससे सहमत नहीं हैं, उन्हें इसका मतलब समझने में परेशानी हो रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को एक बैठक में इस बारे में बात की। उन्होंने बताया कि यह नया कानून स्थानीय चुनावों के नियमों को बदलने के बारे में है, और इसका मतलब है कि चुनाव लड़ने वाले लोग अपनी पार्टी के चुनाव चिह्न का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए नहीं कर सकते कि वे कौन हैं।

पंजाब विधानसभा ने ‘पंजाब पंचायती राज अधिनियम 1994’ नामक कानून में बदलाव किया। इस बदलाव की वजह से अब ब्लॉक कहे जाने वाले छोटे क्षेत्रों का इस्तेमाल यह तय करने के लिए किया जाएगा कि अलग-अलग समूहों से कितने सरपंच (गांव के नेता) चुने जा सकते हैं, न कि पहले की तरह जिलों नामक बड़े क्षेत्रों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि उन्हें यह ट्रैक करने के लिए एक नई सूची बनानी होगी कि कौन सरपंच बन सकता है।

पंजाब विधानसभा ने जो नया कानून बनाया है, उसे राज्यपाल के पास भेजा जा रहा है, ताकि देखा जा सके कि वह इससे सहमत हैं या नहीं। अगर राज्यपाल हाँ कहते हैं, तो इससे पंचायत चुनावों में लोगों के लिए विशेष स्थान बनाने में मदद मिलेगी। उसके बाद, प्रत्येक क्षेत्र में डिप्टी कमिश्नर इन विशेष स्थानों को स्थापित करने में मदद करेंगे।

पुराने नियमों में सभी को सरपंच कहलाने वाले गाँव के नेता बनने का उचित मौका नहीं दिया जाता था। लेकिन अब, नए बदलावों के साथ, पंजाब सरकार इनमें से कुछ नेता की नौकरियों को सिर्फ़ कुछ समूहों के लिए रखने या किसी को भी उनके लिए प्रयास करने देने का फ़ैसला कर सकती है। इसका मतलब यह है कि जिन गाँवों में पहले विशेष नियम थे, वहाँ अब वे नियम लागू नहीं होंगे। काम करने का पुराना तरीका बदल रहा है, और अब उन्हें पहले की तरह समायोजन करने की चिंता नहीं करनी पड़ती।

author avatar
Editor Two
Continue Reading

Trending