Uttar Pradesh

Yogi Adityanath का बयान: “संविधान के मूल में नहीं थे समाजवादी और सेक्युलर शब्द”

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने संविधान दिवस पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत के संविधान के मूल स्वरूप में ‘समाजवादी’ और ‘सेक्युलर’ शब्द नहीं थे। लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इन शब्दों को 1976 में इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस सरकार ने 42वें संविधान संशोधन के माध्यम से चोरी-छिपे जोड़ा था।

उन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके द्वारा रचित संविधान में ये शब्द शामिल नहीं थे। मुख्यमंत्री ने कहा, “जिन लोगों ने संविधान का गला घोंटने का काम किया, जनता ने भी उन्हें सबक सिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।”

संविधान दिवस पर विशेष आयोजन
लखनऊ के लोकभवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ कराया और संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि दी। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और सभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान को विश्व का सबसे विस्तृत और सशक्त संविधान बताया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने संविधान के जरिए “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की नींव रखी। योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि संविधान सभा की बहसों और विचार-विमर्श को संस्थानों में चर्चा का विषय बनाना चाहिए ताकि नागरिकों को संविधान की गहराई समझने में मदद मिले।

सुप्रीम कोर्ट का ताजा फैसला
संविधान की प्रस्तावना में ‘समाजवादी’, ‘धर्मनिरपेक्ष’, और ‘अखंडता’ जैसे शब्द जोड़ने वाले 42वें संशोधन को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को फैसला सुनाया। अदालत ने इन याचिकाओं को खारिज करते हुए संशोधन को बरकरार रखा। गौरतलब है कि ये शब्द 1976 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा आपातकाल के दौरान प्रस्तावना में जोड़े गए थे।

कांग्रेस पर तीखा हमला
योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “संविधान की प्रस्तावना से छेड़छाड़ करना संविधान का गला घोंटने जैसा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता के लालच में इमरजेंसी के दौरान ऐसे संशोधन किए, जो मूल संविधान की भावना के विपरीत थे।

इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। संविधान दिवस पर सीएम के इस बयान को विपक्ष और कांग्रेस पर सीधा हमला माना जा रहा है।

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