Uttar Pradesh
CM Yogi ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज के विवादित बयान का समर्थन किया, विपक्ष पर निशाना
इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज द्वारा दिए गए कथित विवादित बयान का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जज का समर्थन किया है। बिना नाम लिए CM Yogi ने कहा कि एक हाई कोर्ट के जज ने जो सही बात कही थी, उसके बाद उन्हें महाभियोग का नोटिस दिया गया। योगी ने आरोप लगाया कि विपक्ष संविधान का गला घोंटकर देश को चलाना चाहता है।
CM Yogi ने कहा, “इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक जज ने सही बात कही थी। उन्होंने कहा था कि समान नागरिक संहिता तो होनी ही चाहिए, और दुनिया में बहुसंख्यक समाज की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। अगर दुनिया में ऐसा होता है, तो उस सच्चाई को बोलने पर यह कौन सा अपराध हो गया?” उन्होंने कहा कि जज के खिलाफ महाभियोग का नोटिस देना विपक्ष की एक असंवेदनशील हरकत है।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग खुद को लोकतांत्रिक बताते हैं और संविधान की किताब लेकर चलते हैं, लेकिन उन्हें तनिक भी शर्म नहीं है।
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव ने हाल ही में प्रयागराज में आयोजित विश्व हिंदू परिषद की लीगल सेल के कार्यक्रम में यह कथित विवादित बयान दिया था। इसके बाद विभिन्न विपक्षी दलों के सांसदों ने जज के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की। शुक्रवार को राज्यसभा में 55 विपक्षी सांसदों ने जस्टिस यादव के खिलाफ महाभियोग नोटिस पर हस्ताक्षर किए। इन सांसदों में कांग्रेस के कपिल सिब्बल, विवेक तन्खा और दिग्विजय सिंह, सीपीआई (एम) के जॉन ब्रिटास, राजद के मनोज कुमार झा और तृणमूल कांग्रेस के साकेत गोखले शामिल हैं।