Uttar Pradesh

Sambhal हिंसा: फरार 73वें आरोपी सुहेल की गिरफ्तारी, पुलिस का शिकंजा और कड़ा

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उत्तर प्रदेश के Sambhal जिले में पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा में शामिल एक और आरोपी सुहेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब तक इस मामले में 73 आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। संभल के नखासा थाना पुलिस ने आरोपी सुहेल, निवासी खग्गू सरायं, को मुखबिर की सूचना पर तुर्तीपुर इल्हा मार्ग से गिरफ्तार किया। आरोपी लंबे समय से फरार था और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। गिरफ्तारी के बाद सुहेल को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

हिंसा का मामला और अब तक की कार्रवाई:
24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के मामले में अब तक पुलिस ने 73 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा 67 और आरोपियों की पहचान हो चुकी है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

एसपी संभल कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि इन 67 वांछित आरोपियों में 44 आरोपी कोतवाली क्षेत्र से और 23 नखासा थाना क्षेत्र से संबंधित हैं। पुलिस ने इन आरोपियों के गैर-जमानती वारंट जारी कराए हैं। इसके अलावा, जो लोग फोटो और वीडियो में हिंसा करते नजर आए हैं, उनकी पहचान कराने का काम भी तेजी से चल रहा है।

क्या हुआ था 24 नवंबर को?
24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान नखासा तिराहा पर पत्थरबाजी, फायरिंग, लूटपाट और आगजनी की घटनाएं हुईं। आरोपी सुहेल ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह अपने साथी दीपा सराय निवासी शाजेब उर्फ शहबाज उर्फ टिल्लन, सुबहान उर्फ मुन्ना और जब्बार के साथ हिंसा में शामिल था। ये लोग हिंसा के बाद हिंदूपुरा खेड़ा पहुंचे, जहां इन्होंने पुलिस पर दोबारा हमला किया।

आरोपी सुहेल ने पूछताछ में बताया कि उसे यह कहकर भड़काया गया था कि यह उनके धर्म से जुड़ा मामला है, जिसके चलते उसने हिंसा में हिस्सा लिया। पुलिस के मुताबिक, सुहेल 24 नवंबर की घटना वाले दिन एसपी पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी टिल्लन के साथ था और पुलिस पर पथराव व फायरिंग में शामिल था।

आगे की कार्रवाई:
एसपी संभल ने बताया कि हिंसा में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान का काम तेजी से चल रहा है। पुलिस की कई टीमें इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार अभियान चला रही हैं। जल्द ही अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया जाएगा।

संभल हिंसा में अब तक की पुलिस कार्रवाई ने यह संकेत दिया है कि कानून-व्यवस्था के प्रति प्रशासन सख्त है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

Editor Two

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