Punjab
Ludhiana के सिविल अस्पताल में दो पक्षों के हुई मारपीट, इमरजेंसी वार्ड में जूते और थप्पड़ से हमला किया गया
Ludhiana सिविल अस्पताल में आए दिन झगड़े की खबरें आती रहती हैं। पास में ही पुलिस स्टेशन होने के बावजूद अस्पताल में मदद के लिए आने वाले लोग आपस में बहस और लड़ाई-झगड़ा कर रहे हैं। दरअसल, इमरजेंसी एरिया में किसी को जूते और थप्पड़ मारे गए!
कल रात करीब 11:30 बजे एक व्यक्ति अस्पताल पहुंचा क्योंकि उसे किसी ने चोट पहुंचाई थी। जब वे इमरजेंसी रूम में थे, तो दूसरी तरफ से करीब 10 से 12 लोगों ने उन्हें जूते और थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। अस्पताल में मौजूद पुलिस और सुरक्षा गार्ड ने मदद करने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उस व्यक्ति पर हमला करना जारी रखा।
कुछ लोगों का कहना है कि कुछ युवकों ने एक घर में छह लोगों को घायल कर दिया, जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। इसके बाद, युवक खुद की मदद के लिए अस्पताल गए। जब पुलिस को घटना के बारे में पता चला, तो वे तुरंत उस जगह पर पहुंचे, जहां यह सब हुआ था। उन्होंने सुनिश्चित किया कि युवकों को इमरजेंसी रूम से बाहर निकाला जाए और घायल लोगों को देखभाल के लिए सही पुलिस स्टेशन भेजा जाए।
ललित मोहन हबोवाल बैंक कॉलोनी नामक जगह में रहते हैं। एक शाम उनका बेटा अपने घर के बाहर अपनी कार पार्क कर रहा था। जब ऐसा हो रहा था, तभी पड़ोसी के घर से एक फूलदान गिरकर टूट गया। पड़ोसी बहुत गुस्सा हो गया और बगल में रहने वाली महिला से बदतमीजी करने लगा। उस रात करीब 10 बजे ललित मोहन गुस्साए पड़ोसी से बात करने गया, लेकिन पड़ोसी ने गुस्सा होकर उसे चोट पहुंचाई। देर रात जब वह मदद की जरूरत के चलते अस्पताल गया, तो वहां पहले से मौजूद कुछ लोगों ने उसे हाथों और जूतों से पीटना शुरू कर दिया।
इससे ललित मोहन को बहुत चोट आई। विनोद कुमार ने बताया कि ललित मोहन और उसके परिवार ने उसके परिवार को चोट पहुंचाई। विनोद, उसकी पत्नी रेखा, उनका बेटा करण, उनकी बेटी बेबी, विनोद का छोटा भाई पुष्पिंदर और उनकी मां सभी को चोट आई। वे मदद के लिए अस्पताल गए और फिर पुलिस को घटना के बारे में बताया। पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।