Punjab
पंजाब: NDPS अधिनियम के तहत 1072 एफआईआर दर्ज, 1485 ड्रग तस्कर गिरफ्तार, 26 नशा तस्करों के ढहाए गए घर।
चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और राज्य के वित्त मंत्री, हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब सरकार के नशा विरोधी अभियान ‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ को अत्यधिक प्रभावी और सफल करार दिया। उन्होंने पिछले 11 दिनों में हुई पुलिस कार्रवाई के परिणामों को मीडिया के सामने साझा किया। मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए हरपाल चीमा ने कहा कि ‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ अभियान के नतीजे बेहद सकारात्मक हैं, और उन्हें पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में पंजाब नशा मुक्त राज्य बनेगा
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में यह अभियान शानदार तरीके से चलाया जा रहा है। अब तक पुलिस ने 76 किलो हेरोइन, 50 किलो अफीम और 50 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। इसके अतिरिक्त, नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटांसेज एक्ट (NDPS) के तहत 1072 एफआईआर दर्ज की गईं और 1485 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
चीमा ने बताया कि पुलिस ने 7 लाख नशीली दवाइयां, 4.5 किलो नशीला पाउडर, 1.25 किलो नशीली आइस और 950 किलो भुक्की समेत अन्य सिंथेटिक ड्रग्स भी बरामद किए हैं। इसके अलावा, नशा तस्करी से जुड़े करीब 26 लोगों के अवैध संपत्ति निर्माण वाले भवनों को ध्वस्त किया गया है, जिन्होंने तस्करी के जरिए करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की थी।
उन्होंने कहा, “ये आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार नशा खत्म करने के लिए कितनी संजीदा है।” चीमा ने आगे कहा कि आप सरकार पंजाब से नशे का खात्मा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, और पुलिस 24 घंटे नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी, “इस बार ऐसे लोग या तो नशे के धंधे को छोड़ देंगे, या फिर पंजाब छोड़ देंगे, और अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो वे सलाखों के पीछे होंगे।”
चीमा ने कहा कि पिछली सरकारें नशा तस्करों को संरक्षण देती थीं, जबकि ‘आप’ सरकार नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने नशा संबंधित मामलों में वर्तमान सजा दर का हवाला देते हुए पूर्व सरकारों को आड़े हाथों लिया और उन पर नशा तस्करों के साथ सांठगांठ करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि आप सरकार के तहत एनडीपीएस मामलों में सजा की दर 86 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, जबकि कांग्रेस शासन के दौरान यह दर केवल 58 प्रतिशत थी और अकाली-भा.ज.पा. सरकार में तो यह महज 40 प्रतिशत थी। कुछ जिलों में तो यह दर 90 से 95 प्रतिशत तक दर्ज की गई है।
चीमा ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उसके पूर्व मुख्यमंत्री ने चार सप्ताह में नशा खत्म करने का झूठा वादा किया था। नशा समाप्त करने के बजाय, कांग्रेस सरकार ने नशा तस्करों को बढ़ावा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली अकाली-भा.ज.पा. और कांग्रेस सरकारों ने जानबूझकर युवा पीढ़ी को नशे की लत में डालने की साजिश की थी।
उन्होंने कहा कि जब से मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सत्ता संभाली है, उन्होंने सबसे पहले पुलिस प्रशासन और जांच एजेंसियों को मजबूत किया। आप सरकार ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स, सड़क सुरक्षा फोर्स समेत कई विशेष टीमों का गठन किया, जिसका सकारात्मक असर अब दिखाई दे रहा है।
चीमा ने बताया कि नशा तस्करों पर कार्रवाई के साथ-साथ सरकार अन्य महत्वपूर्ण कदम भी उठा रही है। लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 1000 से अधिक बैठकें आयोजित की गई हैं। इसके अलावा, गांवों में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
इस अभियान के कार्यान्वयन और समीक्षा के लिए, मेरे नेतृत्व में बनी कैबिनेट सब-कमेटी के चार मंत्री लगातार विभिन्न जिलों में पदाधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सभी जिलों के अस्पतालों और नशा मुक्ति केंद्रों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास 6 जिलों का प्रभार है, और उन्होंने अब तक 5 जिलों में जिला पदाधिकारियों के साथ बैठक की है। सभी स्थानों पर इस अभियान के बेहद सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
हरपाल चीमा ने लोगों से इस मुहिम में सरकार का अधिक सहयोग करने की अपील की और नशे से पीड़ित व्यक्तियों को तुरंत नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराने की सलाह दी।