Punjab
Jagtar Singh Hawara की जेल स्थानांतरण याचिका पर आज सुनवाई, 28 साल से कैद, पंजाब लौटने की मांग
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी करार दिए गए आतंकी Jagtar Singh Hawara की याचिका पर आज (21 जनवरी) सुनवाई होगी। हवारा ने दिल्ली की तिहाड़ जेल से पंजाब की जेल में स्थानांतरण की मांग की है।
इस मामले में केंद्र, दिल्ली और पंजाब सरकारें अदालत में अपना पक्ष रखेंगी। पिछली सुनवाई में अदालत ने तीनों से जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए थे।
मौत की सजा बदली थी आजीवन कारावास में
2007 में ट्रायल कोर्ट ने हवारा को दोषी ठहराते हुए मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। हालांकि, 2010 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने उसकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया।
देशद्रोह के मामले से मिली बरी
हवारा 22 जनवरी 2004 को सुरंग के जरिए चंडीगढ़ की बुड़ेल जेल से फरार हो गया था। हालांकि, एक साल बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और वह 2005 से जेल में है। उसकी उम्र अब 54 साल है।
याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि 19 साल से जेल में रहने के दौरान उसका आचरण सही रहा है। उसने तिहाड़ जेल प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन अभी तक उसे यह रिपोर्ट नहीं दी गई है। इसके अलावा, देशद्रोह के एक मामले में भी उसे बरी किया जा चुका है।
स्थानांतरण की दलील
याचिकाकर्ता का कहना है कि वह पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले का निवासी है और वर्तमान में पंजाब में दर्ज एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। दिल्ली में उसके खिलाफ कोई अन्य मामला लंबित नहीं है, इसलिए उसे पंजाब की जेल में ही स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
28 साल से जेल में बंद
हवारा को 21 सितंबर 1995 को गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ बेअंत सिंह की हत्या का मुकदमा चला, जिसमें उसे दोषी करार दिया गया। वह अपनी गिरफ्तारी के बाद से अब तक जेल में है और कुल 28 साल से अधिक समय से कैद में है।