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Shambhu Border पर सल्फास निगलने वाले किसान की मौत, विरोध प्रदर्शन की तैयारी

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हरियाणा-पंजाब के Shambhu Border पर सल्फास निगलने वाले खन्ना निवासी किसान रणजोध सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई। किसान संगठनों ने उनके शव को शंभू बॉर्डर ले जाकर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।

घटना का विवरण

शनिवार को दिल्ली कूच के दौरान 57 वर्षीय रणजोध सिंह ने सल्फास खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। वह पंजाब के खन्ना के गांव रतनहेड़ी के रहने वाले थे।

रणजोध सिंह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे। उनके परिवार पर 5-7 लाख रुपये का कर्ज था, जिसे वह लंबे समय से चुका नहीं पा रहे थे। उन्होंने कर्ज माफी की उम्मीद में किसान आंदोलन में सक्रिय भागीदारी शुरू की थी।

पारिवारिक स्थिति

रणजोध सिंह के परिवार में उनकी मां तेज कौर, पत्नी कुलदीप कौर, बेटा सुखदीप सिंह, और पिता मेवा सिंह शामिल हैं। उनकी एक बेटी है, जिसकी शादी हो चुकी है। रणजोध के पास एक समय 6.5 किले जमीन थी, लेकिन परिवार की जरूरतों और कर्ज के कारण उन्हें अपनी जमीन बेचनी पड़ी। उनके भाई की गंभीर बीमारी और इलाज पर भारी खर्च के चलते उनकी आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई।

परिवार का बयान

रणजोध के चचेरे भाई कमलदीप सिंह ने बताया: “रणजोध पहले भी कई बार किसान मोर्चे पर जा चुके थे। पिछले छह दिनों से वह लंगर सेवा में जुटे हुए थे। वहीं से खबर मिली कि उन्होंने सल्फास निगल लिया है।” कमलदीप के अनुसार, रणजोध कर्ज के कारण मानसिक दबाव में थे। परिवार और रिश्तेदारों से लिया गया कर्ज उनकी सबसे बड़ी चिंता थी।

किसान संगठनों का रुख

किसान संगठन रणजोध सिंह की मौत को सरकार की कर्ज माफी नीतियों और खराब आर्थिक प्रबंधन का नतीजा बता रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार की उदासीनता ने किसानों को आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है।

Editor Two

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