Punjab
Anandpur Sahib में बस कंडक्टर पर हमला, यूनियन हड़ताल पर
श्री Anandpur Sahib के ढेर गांव में पंजाब रोडवेज नंगल डिपो के कंडक्टर मनप्रीत सिंह के साथ मारपीट के मामले में रोडवेज यूनियन हड़ताल पर चली गई। यह घटना 29 नवंबर को हुई, जब नंगल श्री आनंदपुर साहिब नेशनल हाईवे पर कुछ लोगों ने बस रोककर कंडक्टर को पीट दिया।
आरोप लगाया गया कि कंडक्टर ने एक लड़की के साथ गलत व्यवहार किया था, लेकिन कंडक्टर ने इन आरोपों को नकार दिया। उन्होंने बताया कि बस की सीटों को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद कुछ लोगों ने उन्हें मारना शुरू कर दिया। घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने मामले को सुलझाने के लिए कई बैठकें कीं। तीन दिनों तक बसें न चलने से रोडवेज को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
देर शाम, विवाद में शामिल लोगों ने डिपो पहुंचकर माफी मांगी। साथ ही, रोडवेज को हुए नुकसान की भरपाई दोषियों और गांव वालों से कराने का आश्वासन दिया गया। यूनियन ने पुलिस को कार्रवाई के लिए अल्टीमेटम दिया था और बसें बंद रखने की चेतावनी दी थी। 30 नवंबर से मामला सुलझता न देख, अन्य डिपो के सदस्य भी नंगल पहुंचे। यदि समाधान न निकलता, तो राज्यभर में बस सेवाएं ठप करने की योजना थी। अब मामले को सुलझा लिया गया है और बस सेवाएं सामान्य हो गई हैं।
नंगल डिपो के कंडक्टर पर हमले के मामले ने तूल पकड़ लिया, जिससे पुलिस प्रशासन मामले को जल्द सुलझाने की कोशिशों में जुट गया। नंगल डिपो की 60 बसें रोजाना करीब 18,000 किलोमीटर का सफर तय करती हैं, जिनकी औसत नकद कमाई लगभग 7.5 लाख रुपये है। तीन दिन की हड़ताल से डिपो को करीब 22.5 लाख रुपये का नुकसान हुआ। लंबी दूरी की बसों, जैसे देहरादून और हरिद्वार रूट, पर रोजाना 2,800 रुपये का टैक्स नुकसान भी दर्ज किया गया।
गांव के ग्रामीण और विवाद में शामिल पक्ष नुकसान भरपाई के लिए तैयार हो गए। इसके साथ ही, दोषी पक्ष ने कंडक्टर से सार्वजनिक माफी मांगी और यूनियन के समक्ष लिखित बयान दिया। मामले के समाधान के बाद नंगल डिपो की हड़ताल समाप्त हो गई। बसें फिर से अपने नियमित रूट पर चलने लगीं, जिससे यात्री सेवाएं बहाल हो गईं। हालांकि विभाग को हुए नुकसान की भरपाई को लेकर देर शाम तक चर्चा जारी रही, लेकिन प्रशासन और यूनियन के प्रयासों से स्थिति सामान्य हो गई।