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गृहमंत्री Amit Shah के बयान पर आम आदमी पार्टी का विरोध प्रदर्शन

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आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने शुक्रवार को गृहमंत्री Amit Shah की संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन किया। आप नेताओं ने इसे संविधान और डॉ. अंबेडकर का अपमान बताते हुए बयान की कड़ी निंदा की।

पंजाब के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन
जालंधर, पठानकोट, बठिंडा, मानसा, लुधियाना, फरीदकोट और मोगा सहित पंजाब के तमाम जिला मुख्यालयों पर आप नेताओं, विधायकों, मंत्रियों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने गृहमंत्री के पुतले फूंके और उनके खिलाफ नारेबाजी की। इसके साथ ही, जिला डिप्टी कमिश्नरों को ज्ञापन सौंपकर अमित शाह पर कार्रवाई और उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की।

आप नेताओं का आरोप
आप नेताओं ने गृहमंत्री के बयान को देश के लोकतंत्र, संविधान और दलित समाज का अपमान बताया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि वह डॉ. अंबेडकर के संविधान से नफरत करती है और इसे खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा डॉ. अंबेडकर की विचारधारा से भयभीत है और मनुस्मृति का समर्थन करती है।

डॉ. अंबेडकर का सम्मान सुनिश्चित करने की मांग
आप नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि डॉ. अंबेडकर ने समाज के वंचित और शोषित वर्गों को राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक अधिकार प्रदान किए। अमित शाह के बयान से दलित समुदाय में निराशा और आक्रोश का माहौल है। भाजपा को इस पर स्पष्टीकरण देने के साथ-साथ दलित समाज से माफी मांगनी चाहिए।

आप की पहल और राष्ट्रीय स्तर पर विरोध
आप ने दिल्ली और पंजाब के सरकारी कार्यालयों में डॉ. अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें लगाना सुनिश्चित किया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने डॉ. अंबेडकर को अपना आदर्श बताया और गृहमंत्री के बयान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

आप नेताओं के बयान
जालंधर में आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “देश के गृहमंत्री का संविधान निर्माता का मजाक उड़ाना न केवल अंबेडकर का बल्कि पूरे दलित समाज का अपमान है। यह लोकतंत्र के लिए अत्यंत दुखद और शर्मनाक है। भाजपा की मानसिकता संविधान को खत्म करने और दलित समाज को दबाने की है।”

आप का यह प्रदर्शन जनता में फैले व्यापक गुस्से और आक्रोश को दर्शाता है। पार्टी ने केंद्र सरकार से गृहमंत्री पर त्वरित कार्रवाई करने और इस विवाद को समाप्त करने की मांग की है।

Editor Two

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