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भारत को पाक आर्मी चीफ और एंटनी ब्लिंकन की मुलाकात पर ऐतराज, जानें क्या बोला विदेश मंत्रालय
भारत ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की अमेरिका की यात्रा एवं विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन एवं अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि देशों को आतंकवाद के मुकाबले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. अरिंदम बागची ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख की अमेरिका यात्रा के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हमने इस संबंध में, इन बैठकों के बारे में कुछ रिपोर्टें देखी हैं। आतंकवाद और सीमा पार हमलों को पाकिस्तान के समर्थन के बारे में हमारी चिंता जगजाहिर है। हमें उम्मीद है कि अन्य देश आतंकवाद से मुकाबले की जरूरत को भी गंभीरता से लें।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस महीने पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने अमेरिका की यात्रा करके विदेश मंत्री ब्लिंकन एवं अन्य शीर्ष रक्षा एवं कूटनीतिक अधिकारियों से मुलाकात की तथा रक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में सहयोग पर बातचीत की है। कनाडा के बारे में बागची ने कहा कि हमारी स्थिति एकदम सुसंगत रही है। जब भी यह उठाया गया है, हमने इस बात को रेखांकित किया है कि हम समस्या को कैसे देखते हैं। हमारे हिसाब से मुख्य मुद्दा चरमपंथियों और आतंकवादियों और भारत विरोधियों को कनाडा में महत्व दिया जाना है।
बागची ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आपने हाल ही में विदेश मंत्री के साथ-साथ अन्य लोगों से भी उस मामले के घटनाक्रम के बारे में सुना होगा… और हम उम्मीद करेंगे कि वे (कनाडा सरकार) ऐसे चरमपंथी तत्वों पर कारर्वाई करेंगे जो उनके देश में भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दुरुपयोग कर रहे हैं।”
भारत के साथ संयुक्त हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण के लिए भारत के साथ समझौते को नवीनीकृत नहीं करने के मालदीव के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हाइड्रोग्राफी के क्षेत्र में भारत का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉडर् है और हम हिंद महासागर क्षेत्र में कई देशों के साथ हाइड्रोग्राफी और उससे संबंधित विभिन्न तत्वों पर सहयोग भी कर रहे हैं। भागीदार देशों को लाभ दिखाई दे रहा है।
लाल सागर में हूदी आतंकवादियों की वाणिज्यिक पोतों पर हमलों के कारण उत्पन्न स्थिति के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि भारत हमेशा वाणिज्यिक जहाज़ों की मुक्त आवाजाही का समर्थक रहा है, इसलिए यह एक ऐसी चीज है जिसमें हम रुचि रखते हैं। निश्चित रूप से, वहां की गतिविधियों पर हमारी पैनी नज़र है। हम यह स्वतंत्र नौवहन सुनिश्चित करने के अंतररष्ट्रीय प्रयासों का भी हिस्सा हैं और हम उस पर निगरानी रखना जारी रखेंगे।