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Ayodhya Deepotsav: 24 लाख दीयों से जगमग हुआ सरयू तट, राज्यपाल और सीएम योगी ने खींचा श्रीराम का रथ
नेशनल डेस्कः रोशनी से नहाया हुआ सरयू का तट, जहां लाखों की संख्या में हर तरफ दीये जगमगा रहे हैं. यह ऐसा दृश्य है जो साल भर के इंतजार के बाद एकबार फिर अयोध्या वासियों को देखने को मिला है। इस अवसर पर देश-विदेश के पर्यटक भी अयोध्या में मौजूद हैं। सरयू नदी के 51 घाटों पर 24 लाख दीयों को प्रज्वलित किया गया। इन दीयों के उजाले से समस्त अयोध्या जगमगा उठी।
बताया जा रहा है कि इस अद्भुत दृश्य के साक्षी बनने के लिए 54 देशों के राजनयिकों को भी निमंत्रण दिया गया है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी दीपोत्सव में मौजूद रहे। इस दीपोत्सव कार्यक्रम में 25 हजार से अधिक वॉलंटियर्स ने भाग ले रहे हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों को उच्चायुक्त और राजदूत शामिल होंगे। दीपोत्सव त्योहार मनाने को लेकर अयोध्या एक बार फिर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने जा रहा है।
राज्यपाल, सीएम योगी और मंत्रियों ने खींचा भगवान राम का रथ
इससे पहले प्रतीकात्मक भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण 14 वर्ष के वनवास के बाद पुष्पक विमान से शनिवार को अयोध्या पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उनका स्वागत किया। शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भरत और शत्रुघ्न ने गले लगाकर भगवान राम और लक्ष्मण का स्वागत किया।
हेलीपैड से भगवान राम, अपने तीनों भाई, माता जानकी, हनुमान और गुरु वशिष्ठ के साथ रथ पर सवार होकर रामकथा पार्क स्थित कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़े। बयान के अनुसार, भगवान राम जिस रथ पर माता सीता और अपने भाइयों के साथ सवार थे, उसे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक खींच रहे थे।
9 नवंबर को अयोध्या में हुई थी कैबिनेट की बैठक
वहीं इससे पहले 9 नवंबर को उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक भी अयोध्या में हुई थी। सीएम योगी के नेतृत्व में पहली बार उनके कैबिनेट की बैठक श्री राम की नगरी में हुई। यहां सीएम योगी ने अपने कैबिनेट के मंत्रियों के साथ यहां के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट मंत्रियों को लेकर अयोध्या में प्रसिद्ध राम लला मंदिर भी पहुंचे। यहां भी सीएम योगी ने अपने मंत्रियों के साथ भगवान की पूजा-अर्चना की।
गिनीज बुक में फिर दर्ज होगा रिकॉर्ड
बता दें कि साल 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी। तब जाकर अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की गई। हालांकि कोरोनकाल में दो वर्ष दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया। अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 में राम की पैड़ी से दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। उन्होंने बताया कि 2017 में 1.87 लाख, 2018 में 3.11 हजार, 2019 में 4 लाख से अधिक दीये जलाए गए। वहीं 2020 में 6.6 लाख, 2021 में 9.41 हजार, 2022 में 15.76 लाख दीपक जलाए गए थे। बता दें कि अयोध्या के दीपोत्सव ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कर रखा है। लेकिन एक बार फिर यह रिकॉर्ड अयोध्या में ही टूटने वाला है।