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आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड के आदिवासियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, नड्डा का आरोप
रांचीः आगामी लोकसभा चुनाव के लिए एक तरह से चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन जैसे आदिवासी मुख्यमंत्री ने झारखंड में आदिवासियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।
नड्डा ने यहां एक रैली में कहा कि सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार ‘‘कई घोटालों में शामिल” है। भाजपा अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि राज्य सरकार भूमि, बालू और अन्य माफियाओं को संरक्षण दे रही है, यही वजह है कि सोरेन सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), सीबीआई और अन्य एजेंसियों की राडार पर है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सोरेन सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।” उन्होंने दावा किया, ‘‘लोगों का उत्साह दिखाता है कि उन्होंने यहां फिर से कमल खिलाने का संकल्प ले लिया है। सोरेन के नेतृत्व में भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ा है। झारखंड के मुख्यमंत्री वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं।”
झारखंड को ‘‘भूख, भ्रष्टाचार और कुशासन” से मुक्त करने के नारे के साथ भाजपा की ‘संकल्प यात्रा’ के समापन पर आयोजित रैली में नड्डा ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने (सोरेन) आदिवासियों की बात की और उनके वोट मांगे, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान आदिवासी समुदाय के हितों को पहुंचाया। वोट बैंक की राजनीति के लिए उन्होंने झारखंड में धर्म परिवर्तन को सहमति दे दी है। उनका वोट बैंक बरकरार रहना चाहिए, चाहे आदिवासियों की संस्कृति का कुछ भी हो जाए।” उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों को यह समझने की जरूरत है कि जब भाजपा सत्ता में आती है, तो वह लोगों की सेवा करती है, लेकिन ‘‘जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस सत्ता में होते हैं, तो वे अपना खजाना भरने में व्यस्त हो जाते हैं।”
सोरेन पर उनकी कथित ‘‘तुष्टिकरण नीति” के लिए निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने जानना चाहा कि जब मंदिरों में तोड़फोड़ की गई तो कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। वरिष्ठ भाजपा नेता ने आरोप लगाया, ‘‘पुलिस रक्षक से भक्षक बन गई है… झारखंड में जंगल राज कायम है।”