Himachal Pradesh
हिमाचल में कैल्शियम क्लोराइड व ब्रायन के मिश्रण से हटाई जाएगी बर्फ
शिमला : हिमाचल प्रदेश में कैल्शियम क्लोराइड व ब्रायन के मिश्रण से सड़कों से बर्फ हटाई जाएगी। इसकी शुरूआत राजधानी शिमला से की जाएगी। इसके लिए राजधानी शिमला में लोक निर्माण विभाग ने कैल्शियम क्लोराइड व ब्रायन का प्लांट स्थापित किया है, जिसका सोमवार को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुभारंभ किया। इस मौके पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य में बर्फबारी वाले क्षेत्रों में विभाग के 12 मंडलों में भी चरणबद्ध तरीके से इस तरह के प्लांट स्थापित किए जाएंगे। अभी बर्फबारी का इंतजार है तथा हिमपात न होने से सूखा पड़ गया है, जिससे बागवान व किसान परेशान हैं लेकिन विभाग ने बर्फबारी से निपटने के लिए कदम उठाते हुए यह प्लांट स्थापित किया है। इससे बर्फ हटाने में होने वाली धांधलियों को कम किया जा सकेगा। विपक्ष में रहते हुए भी वह इन धांधलियों पर चिंता जता चुके हैं। इसका पता नहीं लग पाता कि कितनी बर्फ हटाई गई, कितने के टैंडर लगे। इसलिए इसे कम करने के लिए यह नया कदम उठाया है। इसके मिश्रण को सड़कों पर स्प्रे किया जाएगा। इससे बर्फ पिघल जाएगी तथा बर्फ सड़कों पर जमेगी नहीं। इसकी लागत भी कम आएगी। इसके स्प्रे का खर्चा 500 रुपए प्रति किलोमीटर सिंगल लेन पर आएगा, जबकि मिट्टी डालने व बर्फ हटाने का खर्चा इससे अधिक आ जाता है। इससे लोगों को लाभ होगा।
अस्त्र-शस्त्र निकाल कर लड़ेंगे चुनावी लड़ाई
विक्रमादित्य ने भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के हिमाचल दौरे व उनके बयान पर कहा कि नड्डा पार्टी के अध्यक्ष व सांसद हैं। दौरे के दौरान उन्होंने अपनी पार्टी की तैयारी की बात की है लेकिन जहां तक कांग्रेस की बात है तो पार्टी सी.एम. व पार्टी अध्यक्ष की अध्यक्षता में चुनाव के लिए तैयार है। जब चुनाव होंगे तो कांग्रेस आगे बढ़ेगी व अस्त्र-शस्त्र निकाले जाएंगे तथा चुनावी युद्ध लड़ा जाएगा। अभी हमने तलवारें मयान में रखी हैं लेकिन चुनावों के समय प्रचार रूपी तलवारें पूरी तरह से निकाली भी जाएंगी व लहूलुहान भी किया जाएगा। पार्टी पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेगी।
22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाएंगे अयोध्या
विक्रमादित्य सिंह ने स्पष्ट किया कि वह 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने अवश्य जाएंगे। वह व उनका परिवार सौभाग्यशाली है कि उन्हें निमंत्रण मिला है। इस सम्मान के लिए उन्होंने आर.एस.एस. व विश्व हिन्दू परिषद का धन्यवाद किया तथा कहा कि जीवन में इतिहास का गवाह बनने का एक ही मौका मिलता है। इसलिए एक हिन्दू व देश समाज में विश्वास होने के नाते यह उनका दायित्व है कि वह उस दिन अयोध्या में मौजूद रहें तथा प्राण-प्रतिष्ठा के गवाह बने।