Haryana
Rohtak में महिला पार्षद के बेटे का हुआ अपहरण, भूपेंद्र हुड्डा ने पुलिस को दिया अल्टीमेटम
हरियाणा के Rohtak में इस बात को लेकर बहुत बहस चल रही है कि जिला परिषद की कमान किसके हाथ में होनी चाहिए। एक पार्षद के बेटे को कुछ लोग उठाकर ले गए और लोगों का कहना है कि इसमें चेयरपर्सन मंजू हुड्डा और उनके पति का हाथ हो सकता है। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब भूपेंद्र हुड्डा जो पहले मुख्यमंत्री थे और अब सांसद हैं, इस बारे में बात करने के लिए इस्माइला गांव में गए। लड़के को ले जाने के तीन घंटे बाद ही सकुशल बरामद कर लिया गया। भूपेंद्र हुड्डा पुलिस से कह रहे हैं कि ऐसा करने वालों को जल्दी से जल्दी पकड़ा जाए, नहीं तो बहुत बड़ी मुसीबत हो जाएगी। यह जानना भी जरूरी है कि मंजू हुड्डा पहले भी भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं।
रोहतक के एक पुलिस स्टेशन के पास स्थित इस्माइला नामक गांव में धैर्य नाम के 15 वर्षीय लड़के के साथ बहुत ही डरावनी घटना घटी। वह नीलम नाम की महिला का बेटा है जो पार्षद है। सोमवार की सुबह जब वह अपनी बाइक चला रहा था, तभी 5 से 6 लोगों के एक समूह ने उसे रोका और बंदूक दिखाकर उसे जबरन कार में बैठा लिया। वे उसे ढाबे पर ले गए, जहां लोग खाना खाते हैं। उन्होंने उससे कहा कि अगर उसने चुनाव से पहले अपने पिता को कुछ नहीं समझाया, तो वे उसे मार देंगे। करीब 3 घंटे बाद, बुरे लोगों ने उसे जाने दिया और दिल्ली की सड़क पर छोड़ दिया।
नीलम एक माँ है जो अपने समुदाय के लिए निर्णय लेने में मदद करती है। वह कह रही है कि मंजू हुड्डा नाम की एक और व्यक्ति ने बिना अनुमति के बच्चे को ले जाकर बहुत बुरा काम किया। यह एक बड़ी बात थी, और इसने भूपेंद्र हुड्डा नाम के एक नेता का ध्यान आकर्षित किया। वह इस्माइला नामक एक गाँव में गया जहाँ लोग इस बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने पुलिस से यह भी कहा कि उन्हें उस व्यक्ति को जल्दी से जल्दी पकड़ना चाहिए जिसने यह किया।
27 दिसंबर, 2022 को, मंजू हुड्डा जिला परिषद नामक एक समूह की नेता बन गईं। हाल ही में, 7 सितंबर को, उनके समूह के 14 में से 10 सदस्यों ने कहा कि वे उन्हें नौकरी से निकालना चाहते हैं। उन्होंने डीसी अजय कुमार नाम के एक व्यक्ति को इस बारे में बताया। पार्षदों को लगता है कि मंजू पिछले ढाई साल से अच्छा काम नहीं कर रही हैं, इसलिए वे उन्हें बदलना चाहते हैं। इस वजह से वे उनके बारे में कुछ अच्छी बातें नहीं कह रहे हैं।