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हरियाणा के Praveenth की चोटियों पर चढ़ाई और संघर्ष की प्रेरक कहानी

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हिसार जिले के मुगलपुरा निवासी Praveenth अब यूरोप की एलब्रुस चोटी पर चढ़ाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इससे पहले, उन्होंने चार प्रमुख चोटियों पर चढ़ाई करके न सिर्फ अपने देश और प्रजापति समाज का नाम रोशन किया, बल्कि हरियाणा प्रदेश का मान भी बढ़ाया है। प्रवीन्त के माता-पिता ने हमेशा उनका समर्थन किया, और कई चुनौतियों के बावजूद, उनका संघर्ष और साहस उन्हें उनके लक्ष्यों तक पहुँचाने में सफल रहा।

Praveenth ने बताया कि पर्वतारोहण एक जोखिमपूर्ण खेल है, इसमें चढ़ाई के दौरान बर्फीली आंधियाँ और ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्याएँ आती हैं। उन्होंने कहा कि ऊँचे पर्वतों पर चढ़ते समय गिरने का खतरा हमेशा बना रहता है। प्रवीन्त का मानना है कि जो पर्वतारोहण क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं, उन्हें हरियाणा सरकार से आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए भारी खर्च आता है।

Prasveenth ने चार चोटियों पर चढ़ाई की है—शीतीधर पीक, फ्रेंडशिप पीक, किलिमंजारो और माउंट यूनम। इन चोटियों पर चढ़ाई कर उन्होंने प्रजापति समाज और देश का झंडा लहराया है। उनका अगला लक्ष्य सात महाद्वीपों की सभी ऊँची चोटियों को फतह करना है। प्रवीन्त ने बताया कि उन्हें इस सफर में हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री जेपी दलाल का आर्थिक सहयोग मिला था और फतेह करने के बाद उन्हें सम्मानित भी किया गया। वर्तमान में, प्रवीन्त सिवानी मार्केट कमेटी में सरकारी नौकरी पर कार्यरत हैं।

प्रवीन्त ने कब-कब चोटियों को फतह किया, जानें:

2024 में लाहौल स्पीति की माउंट यूनम पर चढ़ाई करके तिरंगा झंडा लहराया और भारत का नाम रोशन किया।

2023 में हिमाचल प्रदेश की फ्रेंडशिप पीक (ब्यास ग्लेशियर के पास) पर चढ़ाई की।

2024 में अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी किलिमंजारो (तंजानिया) पर झंडा लहराया।

2022 में हिमाचल प्रदेश की शीतीधर चोटी पर चढ़ाई की।

Editor Two

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