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किसान आंदोलन के चलते Haryana सरकार ने अंबाला में इंटरनेट सेवा की बंद, स्कूल भी रहे बंद

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Haryana में किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के चलते सरकार ने कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका में अंबाला जिले में चार दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया है। यह आदेश 6 से 9 दिसंबर तक लागू रहेगा। इसके साथ ही, 6 दिसंबर को अंबाला जिले के सरकारी और निजी स्कूलों को भी बंद रखने का आदेश दिया गया।

प्रभावित क्षेत्र

अंबाला जिले के डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लहर्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर, और काकरू जैसे गांवों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

किसानों का दिल्ली कूच

दोपहर 1 बजे करीब 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर कूच करेगा। यह जत्था शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकालेगा। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इन किसानों को “मरजीवड़ा” कहा, जो अपने मकसद के लिए जान देने को भी तैयार हैं। पंधेर ने हरियाणा प्रशासन द्वारा मार्च पर लगाए गए प्रतिबंध की आलोचना करते हुए कहा कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा और किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा

दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के शंभू बॉर्डर, खनौरी और सिंघु बॉर्डर पर पुलिस की कड़ी निगरानी है। शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड्स और पानी की बौछारों की व्यवस्था की गई है। हरियाणा की सीमा पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल भी तैनात किए गए हैं।

स्कूल बंद और प्रतिबंध

अंबाला के जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार ने घोषणा की कि जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालय 6 दिसंबर को बंद रहेंगे। इसके साथ ही, अंबाला जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत जिले में पांच या अधिक व्यक्तियों की गैरकानूनी सभा पर रोक लगाई है।

एसकेएम नेता का अनशन

इस बीच, खनौरी बॉर्डर पर एसकेएम (संयुक्त किसान मोर्चा) नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आमरण अनशन जारी रखा है।

सरकार और किसानों के बीच टकराव के इस माहौल में, स्थिति पर निगरानी बढ़ा दी गई है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन सतर्क है।

Editor Two

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