Haryana
Haryana के सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लडेगी आम आदमी पार्टी
Haryana में जल्द ही अहम मतदान होने वाला है। आम आदमी पार्टी (आप) इस मतदान में खुद हिस्सा लेना चाहती है। चूंकि उनके नेता अरविंद केजरीवाल जेल में हैं, इसलिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान लोगों को आप के बारे में बताने और उन्हें वोट क्यों देना चाहिए, यह बताने में मदद करेंगे। भगवंत मान के लिए हरियाणा में लोगों से बात करना मुश्किल होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों जगहों के बीच सबसे बड़ी समस्या सतलुज यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) है।
हरियाणा में लोग अक्सर भगवंत मान से पूछते हैं कि क्या आप सरकार बनने के बाद एसवाईएल नहर से पानी आएगा। इस सवाल से वे असमंजस में हैं। हाल ही में जब किसी ने मुख्यमंत्री मान से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वे इसका जवाब नहीं दे सकते क्योंकि इस मुद्दे पर अभी कोर्ट में फैसला चल रहा है। भगवंत मान पहले मुख्यमंत्री नहीं हैं जो चुनाव में मदद के लिए हरियाणा गए हैं।
काफी समय पहले प्रकाश सिंह बादल नाम के एक और मुख्यमंत्री भी इनेलो नामक समूह के लिए चुनाव में मदद के लिए हरियाणा गए थे। कांग्रेस पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह हरियाणा में चुनावी गतिविधियों में ज्यादा शामिल नहीं हुए। अब देखना यह है कि भगवंत मान किस तरह से पंजाब की जरूरतों का ख्याल रखते हुए हरियाणा में चुनाव प्रचार में मदद करते हैं। यह मुख्यमंत्री के लिए बड़ी चुनौती होगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी पार्टी आप को इस बात से काफी राहत मिली है कि पंजाब की चार महत्वपूर्ण सीटों पर चुनाव हरियाणा के चुनाव के साथ नहीं हो रहे हैं। पंजाब के लुधियाना, गुरदासपुर, होशियारपुर और संगरूर जैसे अलग-अलग स्थानों से कांग्रेस के कुछ महत्वपूर्ण नेता सांसद बन गए हैं।
गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और बरनाला नामक चार स्थानों पर अब उनके नेता नहीं हैं। लोगों को लगा कि हरियाणा चुनाव के साथ ही इन स्थानों पर भी चुनाव हो सकते हैं। अगर ऐसा होता तो भगवंत मान नाम का व्यक्ति पंजाब में काफी व्यस्त होता।
जालंधर के पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव सत्तारूढ़ पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण था। यह इतना महत्वपूर्ण था कि यह उनके लिए गर्व की बात बन गई। यह दिखाने के लिए कि वे कितने गंभीर थे, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर में एक घर भी किराए पर ले लिया।