Chandigarh
कौन हैं पिंकी धालीवाल? जिनके लिए रात 11 बजे High Court ने जारी किया आदेश।
पिंकी धालीवाल मामले में पंजाब और हरियाणा High Court ने एक दुर्लभ कदम उठाते हुए रात 11 बजे सुनवाई की और म्यूजिक प्रोड्यूसर पिंकी धालीवाल को तुरंत पुलिस हिरासत से रिहा करने का आदेश दिया। यह आदेश धालीवाल के बेटे गुरकरण सिंह धालीवाल द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया गया। कोर्ट ने कहा कि यदि पिंकी धालीवाल किसी अन्य मामले में वांछित नहीं हैं, तो उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।
इस मामले में मोहाली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए गए हैं। आरोप है कि पिंकी धालीवाल को बिना एफआईआर के उनके घर से हिरासत में लिया गया था। यह घटना 8 मार्च 2025 की शाम को हुई, जब पुलिस ने पिंकी को उनके सेक्टर-71 स्थित घर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के केवल आठ मिनट बाद मटौर पुलिस स्टेशन में डीडीआर दर्ज किया गया, जिसमें कहा गया कि पिंकी को पूछताछ के लिए लाया गया था।
रात 10 बजे याचिका दायर की गई।
याचिका में बताया गया कि पिंकी के वकील से रात 8:20 बजे मुलाकात कराई गई, और फिर रात 10 बजे उनके बेटे ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की। इस पर कोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए रात 11 बजे आदेश जारी किया और एक वारंट अधिकारी नियुक्त किया। आधी रात के बाद 12:40 बजे, वारंट अधिकारी और पिंकी के वकील पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां एसएचओ ने दावा किया कि एफआईआर दर्ज हो चुकी है, लेकिन न तो वकील को उसकी कॉपी दी गई और न ही गिरफ्तारी का कोई मेमो दिया गया।
जबरन हस्ताक्षर करवाया गया गिरफ्तारी मेमो।
बाद में यह सामने आया कि एसएचओ ने पिंकी धालीवाल से जबरन एक गिरफ्तारी मेमो पर हस्ताक्षर करवा लिए थे, जो गिरफ्तारी के सात घंटे बाद तैयार किया गया था। रात 3 बजे वारंट अधिकारी ने एसएचओ का बयान दर्ज किया, जिसमें एसएचओ ने रिहाई से इनकार किया। इसके बाद, अगले दिन दो बजे पिंकी धालीवाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां पुलिस ने पांच दिन की हिरासत मांगी, लेकिन अदालत ने केवल दो दिन की रिमांड मंजूर की।
सिंगर सुनंदा शर्मा ने लगाए थे आरोप।
इस मामले की शुरुआत सिंगर सुनंदा शर्मा द्वारा लगाए गए धोखाधड़ी के आरोपों से हुई। सुनंदा ने दावा किया था कि पिछले कई सालों में 250 करोड़ रुपये कमाने के बावजूद उन्हें कोई भुगतान नहीं किया गया। इसके अलावा, सुनंदा ने आरोप लगाया कि पिंकी धालीवाल ने उनके बेटे गुरकरण धालीवाल से शादी का झांसा देकर उनका शोषण किया। इसके बाद मोहाली पुलिस ने पिंकी धालीवाल को गिरफ्तार किया।