Chandigarh
गरीबों के हक लिए सीएम मनोहर हैं संघर्षरत, वंचितों के विकास को लेकर सरकार प्रयत्नशील
चंडीगढ़ :हरियाणा के सीएम मनोहर लाल पिछले नौ साल से निरंतर गरीब लोगों के हक के लिए न केवल संघर्षरत हैं, बल्कि उन्होंने ऐसी योजनाएं भी बनाई हैं, जिन्हें गरीब नवाज कहा जा सकता है। स्वयं सीएम मनोहर लाल खट्टर कहते हैं कि सरकारी साधनों पर पहला हक गरीबों का है। सरकार की ओर से गरीबों के लिये जितनी अधिक योजनाएं बनेंगी, समाज उतना ही सुखी होगा। सरकार गरीबों और वंचितों के विकास के लिए प्रयत्नशील है।
सीएम मनोहर लाल ने अपनी निजी जिंदगी में जिन परिस्थितियों को झेला है, वे उसे उतना ही करीब से महसूस करते हैं। यही वजह है कि उन्होंने अंतोदय जैसी योजना लाकर हरियाणा प्रदेश के उन गरीब लोगों का कल्याण करने की बात की जो समाज की स्ट्रीम लाइन से टूटे हुए हैं। सीएम मनोहर लाल ने व्यवस्था परिवर्तन के लिये किए गए प्रकल्पों की तफसील से जानकारी को समझा और पहली बार हर परिवार का पहचान पत्र (फैमिली आईडी) बनाया। पीपीपी में दर्ज जानकारी पूरी तरह से सटीक है। अब जन्म लेने वाले हर शिशु और दिवंगत व्यक्ति की सूचना भी दर्ज होती है। पीपीपी के आधार पर किसी भी शहर की आबादी की सही जानकारी का पता चल जाता है। अब हर व्यक्ति के जन्म दिवस पर शुभकामना संदेश प्रेषित करने का काम भी शुरू किया गया है।
मनोहर लाल कहते हैं कि प्रदेश के तीन करोड़ लोग ही उनका परिवार हैं। वे सभी की चिंता करते हैं। गरीब बच्चों की शिक्षा, बीमार होने पर उनके इलाज की व्यवस्था और गरीबों की आय बढ़ाने के लिये सरकार ने कई कदम उठाए हैं। राज्य सरकार ने चिरायु हरियाणा को जोड़ते हुये आय सीमा बढ़ाने का जनहितकारी कदम उठाया। अधिक लोग चिरायु योजना का लाभ उठा सकें इसलिए सरकार ने इसका विस्तार करते हुए सालाना आय सीमा बढ़ाकर ३ लाख रुपये कर दी। इससे बहुत सारे लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
सीएम मनोहर लाल बताते हैं कि तीन लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को बुढ़ापा पेंशन ३ हजार रुपये देने का निर्णय किया गया है। अब पीपीपी में दर्ज आय के आधार पर स्वत: प्रदेश के हजारों लोगों की पेंशन बनी है। पात्र लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जहां अब विधुरों को भी पेंशन दी जा रही है। इतना ही नहीं कुंवारों को भी पेंशन देने का निर्णय लिया गया है। इतना ही नहीं हर परिवार के लिए छत की योजना सरकार ने बनाई। गरीब लोगों के परिवारों की बेटियों की शादी में शगुन, निरोगी हरियाणा जैसी योजनाएं, स्कूली बच्चों के लिए स्मार्ट फोन और टैब की व्यवस्था करके सरकार ने यह जता दिया है कि गरीब के कल्याण को लेकर वह कितनी चिंतित और गंभीर है।
सीएम का मानना है कि समाज को सुखी बनाने के लिये स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा, स्वावलंबन, स्वाभिमान की ओर ध्यान देना जरूरी है। समाज की खुशहाली के लिये बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण, जल संरक्षण, मद्य निषेध आदि की ओर भी उनका विशेष ध्यान रहता है। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है जहां सर्वाधिक पेंशन दी जा रही है। जहां की परिवहन व्यवस्था का विदेशों में भी जिक्र होता है। यह हरियाणा प्रदेश ही है जो हरि के आगमन की धरती है और इस धरती पर एक ऐसी सरकार काम कर रही है जो गीता उपदेश को मानने वाली है।हरियाणा में योग, गीता, गाय, गायत्री, गांव, गरीब और गंगा को महत्व दिया जा रहा है। बेशक गंगा हमारे प्रदेश में से होकर नहीं बहती लेकिन सरस्वती नदी के उद्गम को लेकर सीएम हरियाणा ने जो भागीरथ प्रयास किए हैं, उन्हें कभी नकारा नहीं जा सकता। साइकलोथॉन, राहगीरी, नशा छोड़ो अभियान, जनसंवाद जैसे कितने ही ऐसे काम हैं जिन पर प्रदेश सरकार ने फोकस करके हरियाणा प्रदेश के आम नागरिक को राहत प्रदान करने का काम किया है।