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5 दिन चढ़ने के बाद चांदी की कीमत ₹3,111 गिरी:एक किलो ₹2.32 लाख की हुई; सोना भी ₹2,182 गिरकर ₹1.35 लाख पर आया
आज यानी मंगलवार, 30 दिसंबर को सोने-चांदी के दाम में गिरावट रही। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 2,182 रुपए गिरकर 1,34,599 रुपए पर आ गया है। कल यह 1,36,781 रुपए/10g पर था।
लगातार 5 दिन तक चढ़ने के बाद चांदी की कीमत 3,111 रुपए गिर गई है। आज ये 2,32,329 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रही है। कल चांदी 2,35,440 रुपए पर थी।
इस साल सोना 76% और चांदी 169% महंगी हुई
- इस साल अब तक सोने की कीमत 58,437 रुपए बढ़ी है। 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76,162 रुपए का था, जो अब 1,34,599 रुपए हो गया है।
- चांदी का भाव भी इस दौरान 1,46,312 रुपए बढ़ गया है। 31 दिसंबर 2024 को एक किलो चांदी की कीमत 86,017 रुपए थी, जो अब 2,32,329 रुपए प्रति किलो हो गई है।
कैरेट के हिसाब से सोने की कीमत
| कैरेट | भाव (रुपए/10 ग्राम) |
| 24 | ₹1,34,599 |
| 22 | ₹1,23,293 |
| 18 | ₹1,00,949 |
| 14 | ₹78,740 |
देश के बड़े शहरों में सोने की कीमत
| शहर | 10 ग्राम 24 कैरेट |
| दिल्ली | ₹1,36,350 |
| मुंबई | ₹1,36,200 |
| कोलकाता | ₹1,36,200 |
| चेन्नई | ₹1,37,460 |
| जयपुर | ₹1,36,350 |
| भोपाल | ₹1,36,250 |
| पटना | ₹1,36,250 |
| लखनऊ | ₹1,36,350 |
| रायपुर | ₹1,36,200 |
| अहमदाबाद | ₹1,36,250 |
सोर्स: goodreturns (30 दिसंबर, 2025)
अलग-अलग शहरों में रेट्स अलग क्यों होते हैं?
IBJA की सोने की कीमतों में 3% GST, मेकिंग चार्ज, ज्वेलर्स मार्जिन शामिल नहीं होता। इसलिए शहरों के रेट्स इससे अलग होते हैं। इन रेट्स का इस्तेमाल RBI सोवरेन गोल्ड बॉन्ड के रेट तय करने के लिए करता है। कई बैंक गोल्ड लोन के रेट तय करने के लिए इसे इस्तेमाल करते हैं।
10 दिन में सोने-चांदी की चाल
| तारीख | गोल्ड रेट | सिल्वर रेट |
| 19 दिसंबर | ₹1,31,779 | ₹2,00,336 |
| 22 दिसंबर | ₹1,33,970 | ₹2,07,727 |
| 23 दिसंबर | ₹1,36,283 | ₹2,11,000 |
| 24 दिसंबर | ₹1,36,627 | ₹2,18,983 |
| 26 दिसंबर | ₹1,37,914 | ₹2,32,100 |
| 29 दिसंबर | ₹1,36,781 | ₹2,35,440 |
| 30 दिसंबर | ₹1,34,599 | ₹2,32,329 |
नोट: 20,21, 27 और 28 दिसंबर को साप्ताहिक और 25 दिसंबर क्रिसमस की छुट्टी थी।
गोल्ड में तेजी के 3 प्रमुख कारण
- डॉलर कमजोर – अमेरिका के ब्याज दर घटाने से डॉलर कमजोर हुआ और सोने की होल्डिंग कॉस्ट कम हुई, इससे लोग खरीदने लगे।
- जियोपॉलिटिकल – रूस-यूक्रेन जंग और दुनिया में तनाव बढ़ने से निवेशक सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानकर खरीद रहे हैं।
- रिजर्व बैंक – चीन जैसे देश अपने रिजर्व बैंक में सोना भर रहे हैं, ये सालभर में 900 टन से ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं, इसलिए दाम ऊपर जा रहे हैं।
चांदी में तेजी के 3 प्रमुख कारण
- इंडस्ट्रियल डिमांड – सोलर, इलेक्ट्रॉनिक्स और EV में भारी इस्तेमाल, चांदी अब सिर्फ ज्वेलरी नहीं, जरूरी कच्चा माल बन गई है।
- ट्रंप का टैरिफ डर – अमेरिकी कंपनियां चांदी का भारी स्टॉक जमा कर रही हैं, ग्लोबल सप्लाई में कमी से कीमतें ऊपर चढ़ीं।
- मैन्युफैक्चरर होड़ में – प्रोडक्शन रुकने के डर से सभी पहले से खरीद रहे हैं, इसी वजह से आने वाले महीनों में भी तेजी बनी रहेगी।
आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं दाम
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि चांदी की डिमांड में अभी तेजी है जिसके आगे भी बने रहने का अनुमान है। ऐसे में चांदी अगले 1 साल में 2.75 लाख तक जा सकती है। वहीं इस साल के आखिर तक चांदी की कीमत 2.10 लाख रुपए किलो पहुंच सकती है। वहीं अगर सोने के बात करें इसकी डिमांड में भी तेजी बनी हुई। ऐसे में अगले साल तक ये 1.50 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है।
भारतीय परिवारों के पास मौजूद कुल सोने की वैल्यू 5 ट्रिलियन डॉलर (₹450 लाख करोड़) के पार निकल गई है। यह आंकड़ा देश की कुल 4.1 ट्रिलियन डॉलर यानी, 370 लाख करोड़ रुपए की GDP से भी ज्यादा है। सोने की कीमतें रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के कारण ऐसा हुआ है।