Blog

अयोध्या की रेकी करने वाले अभियुक्तों को 7 दिन की रिमांड पर भेजा गया, जानिए क्या था मंसूबा?

Published

on

खालिस्तानी आतंकवादी गुरुपत्वन्त सिंह उर्फ पन्नू के निर्देश पर अयोध्या में रेकी करके बड़ी घटना को अंजाम देने का प्रयास करने के आरोपी शंकर लाल दूसाद उर्फ शंकर जाजोद, अजीत कुमार शर्मा और प्रदीप पुनिया को सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिये जाने आदेश एटीएस के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने दिया है। एटीएस अभियुक्तों को हिरासत में लेकर 26 जनवरी से प एक फ़रवरी तक पूछताछ करेगी।

19 जनवरी को तीनों अभियुक्तों को अयोध्या से किया गया था गिरफ्तार
इसके पूर्व एटीएस ने गत 19 जनवरी को तीनों अभियुक्तों को अयोध्या से गिरफ्तार करके 20 जनवरी को कोर्ट में पेश किया था, अभियुक्तों को पुलिस कस्टडी करिमांड पर दिये जाने की माँग संबंधी अर्जी देते हुए, सरकारी वकील न एमके सिंह ने कोर्ट को बताया कि मामले की रिपोर्ट एटीएस थाने में  इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह ने दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें सूचना मिली कि 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कुछ लोग आतंकी घटना कारित करने के उद्देश्य से अयोध्या की रेकी कर रहे हैं।

पूछताछ में एटीएस टीम को बरगलाते रहेआरोपी 
इस सूचना पर एटीएस ने स्कॉर्पियो में सवार तीनों अभियुक्तों शंकर लाल, अजीत कुमार और प्रदीप पुनिया को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पहले तो आरोपी एटीएस टीम को बरगलाते रहे लेकिन बाद में शंकर लाल ने बताया कि वह 2016 में बीकानेर की जेल में बंद था जहां उसकी मुलाक़ात खलिस्तानी आतंकवादी सुखविंदर सिंह सुक्खा के साथी लखविन्दर सिंह से हुई जिसने अपने भांजे पम्मा से मुलाक़ात करने का निर्देश दिया और पम्मा ने कनाडा में रहने वाले सुखविंदर सिंह से बात करने को बोला। कहा गया कि आरोपी ने कई बार सुखविंदर से बात की और सुखाविंदर की हत्या के बाद आरोपी शंकर लाल कई अन्य आतंकियों से बात करता रहा। बताया गया कि कनाडा में रह रहे खलिस्तानी आतंकियों ने गुरुपत्वन्त सिंह का नाम लेकर उसे अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की रेकी करने के लिए कहा था और वहाँ का नक़्शा भेजने के लिए कहा था। बताया गया कि अभियुक्त को निर्देश दिये गए थे कि उसे आतंकी घटना करित करने के लिए और सामग्री दी जाएंगी।

Editor One

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version