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हिंदुओं ने मंदिर के लिए खाई गोलियां, हम उनकी आस्था का करते हैं एहतराम : मौलाना तौकीर
बरेली: अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (IMC) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने एक और विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी एक हजार मस्जिदों की लिस्ट लेकर बैठी है, लेकिन अब अगर किसी मस्जिद को तोड़ने की कोशिश की जाती है तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का किया स्वागत
मौलाना तौकीर रजा ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर दुनियाभर के हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। राम मंदिर के लिए हिंदू समाज ने बहुत कुर्बानियां दी हैं। सियासत अपनी जगह है लेकिन हिंदुओं ने राम मंदिर के लिए गोलियां खाई हैं। हम हिंदुओं की आस्था का एहतराम करते हैं लेकिन हिंदुओं को भी हमारी आस्था की कद्र करनी चाहिए। वहीं प्रधानमंत्री को लेकर कहा कि मर्यादाओं का उल्लंघन करना नरेंद्र मोदी की पुरानी आदत है, उन्हे शंकराचार्यों को बुलाना चाहिए।
अब कोई और मस्जिद नहीं देंगे
इससे पहले तौकीर रजा ने श्रीकृष्ण जन्म भूमि विवाद मामले को लेकर कहा कि बाबरी मस्जिद पर मुस्लिमों ने सब्र कर लिया। लेकिन अब कोई और मस्जिद नहीं देंगे। आप चाहे जितना भी सर्वे करा लो हम शाही ईदगाह मस्जिद पर चुप बैठने वाले नहीं है।
22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह
अयोध्या में 22 जनवरी को मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां की जा रही हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसमें शामिल होंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने समारोह में 7,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त निकाला गया है। ये समय 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम एक सप्ताह तक चलेगा।
15 जनवरी 2024- मकर संक्रांति पर श्रीराम के बालरूप की मूर्ति गर्भगृह में स्थापित होगी।
16 जनवरी 2024 से रामलला के विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान शुरू होगा।
17 जनवरी 2024 को रामलला की प्रतिमा को नगर भ्रमण कराया जाएगा।
18 जनवरी 2024 से प्राण-प्रतिष्ठा के मुख्य अनुष्ठान की शुरुआत होगी।
19 जनवरी 2024 – राम मंदिर में यज्ञ अग्नि कुंड की स्थापना की जाएगी। खास विधि के जरिए अग्नि का प्रज्वलन होगा।
20 जनवरी 2024- गर्भगृह को 81 कलश, अलग नदियों के जल से पवित्र किया जाएगा।
21 जनवरी 2024- रामलला का 125 कलशों से दिव्य स्नान होगा। 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे।