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मजीठिया ने मान कैबिनेट के मंत्री पर लगाया आरोप
चंडीगढ़ : शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज आम आदमी पार्टी के एक कैबिनेट मंत्री पर असहाय पीड़िता का शोषण करके नैतिक पतन करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होने मुख्यमंत्री पर इस शर्मनाक घटना के बारे में जानने के बावजूद अपने चहेते मंत्री को बचाने का आरोप लगाया है।
पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में पूर्व मंत्री ने कहा, ‘इस दरिंदे को पंजाब सरकार में बने रहने का कोई अधिकार नही है और इसे तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए’’। उन्होेंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन विफल रहे।
मजीठिया ने कहा कि वह मुख्यमंत्री की भाषा में बात कर रहे हैं जो वह समझते हैं। उन्होने कहा,‘‘ दिवाली की पूर्व संध्या पर मैने मुख्यमंत्री को सूचित किया था कि जब वह दिवाली के अवसर पर बधाई देने वाले कैबिनेट मंत्रियों में से एक से हाथ से हाथ नही मिलाना चाहेंगें जब उन्हे उस मंत्री के गलत कामों के बारे में पता चलेगा। इसके बाद मैने त्योहार के बाद दिवाली के अवसर पर मौजूद एक तस्वीर सांझा की और मुख्यमंत्री से उनसे मिलने और अपने ‘मनपंसद’ मंत्री के घृणित कृत्यों के बारे सबूत पेश करने के लिए समय मांगा। मैने इसीलिए ऐसे किया क्योंकि मुख्यमंत्री अपने विरोधियों से इसी तरीके से सोशल मीडिया के जरिए बातचीत करने में विश्वास करते हैं, जैसा कि तब देखा गया था जब नेताओं को पंजाब के मुददों पर तथाकथित बहस के लिए आमंत्रित किया गया था’’।
मजीठिया ने एक उपहार बाॅक्स खोलकर एक पेन ड्राइव पत्रकारों को दिखाई और कहा कि इसमें मंत्री की शर्मनाक हरकतें दर्ज की गई हैं। उन्होने कहा, ‘‘मैं इस ड्राइव की सामग्री का खुलासा नही कर रहा हूं, जो मुझे किसी के द्वारा एक सार्वजनिक समारोह में सौंपी गई थी, क्योंकि इसमें मंत्री के कुकर्मों के बारे बेहद अफसोसजनक सामग्री है। उन्होने कहा मैं पेन ड्राइव मुख्यमंत्री को सौंपना चाहता हूं ताकि वह इस मामले में त्वरित व जरूरी कार्रवाई कर सकें’’।
वरिष्ठ अकाली नेता ने हालांकि स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट सहयोगी के खिलाफ सबूत लेने से इंकार कर दिया या फिर मामले में कार्रवाई करने में विफल रहे जैसा कि उन्होने कैबिनेट मंत्री कटारूचक से जुड़े नैतिक पतन के मामले में किया तो वह अन्य रास्ता तलाशेंगें ताकि मामले में न्याय सुनिश्चित किया जा सके। उन्होने कहा, ‘‘जब तक मंत्री पूरी तरह बेनकाब नही हो जाते और उन्हे देश के कानून के मुताबिक सजा मिल नही जाती, तब तक हम रूकेंगें नही। ’’